शिमला
चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। कल भारत व चाईना की अहम बैठक होने वाली है। 16 वें दौर की इस बैठक में कई अहम फैसले होने की उम्मीद है। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारत और चाइना की सेनाओं के बीच होने वाली इस बैठक को भारत ने तैयारी कर ली है। अब तक 15 बार दोनों देश बातचीत की टेबल पर आ चुके हैं, लेकिन समझौते पर नहीं पहुंच सके हैं।
जानकारी के मुताबिक रविवार को होने वाली बातचीत भारतीय क्षेत्र में होगी। दरअसल भारत लगातार शांति और स्थिरता पर जोर दे रहा है, इसके साथ ही भारत का कहना है कि टकराव वाले स्थानों से सैनिकों की वापसी की जाए वही नियंत्रण रेखा से सटे लद्दाख क्षेत्र में रहने वाले लोग भी चीन की चाल से परेशान हो गए है। बता दे कि चीन ने अपनी साइड में पैंगोंग लेक पर अकाउंट लॉक में दो पुल बनाए हैं, इससे चीन की सेना की एक्सेस काफी बढ़ जाएगी उन्हें आने-जाने में आसानी हो जाएगी।
एक्सपर्ट बताते है कि पैंगोंग में चंगला लाइफ लाइन है। यहां अगर टनल बना लेते हैं तो यह भारत के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। एलओसी से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों को इस बात का भी डर सता रहा है कि जिस गति से चीन की ओर से सड़कें, पुल, टनल बनाई जा रही है, कहीं यह उनके लिए भविष्य में मुसीबत पैदा न कर दें। इतना ही नहीं किए जा रहे निर्माण को लेकर भी उसकी मंशा साफ नजर आ रही है। नतीजा निकलने के बाद अब भारत ने चीन को चेतावनी दी है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के प्रबंधन के लिए हुए समझौतों का ईमानदारी से पालन किया जाए। हाल ही में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि भारत और चीन के बीच समझौता ईमानदारी से पिछले 2 साल से चल रहा है।