सुशील शर्मा। चिंतपूर्णी
प्रख्यात धार्मिक स्थल श्री छिन्मस्तिका धाम चिंतपूर्णी में श्रावण अष्टमी के मेलों में श्रद्धालुओं की बहुत कम उपस्थिति को देखकर दुकानदारों, ट्रक, टेंपो चालकों व छोटे व्यापारियों के चेहरों पर मायूसी छा गई है।
चिंतपूर्णी में इस समय हालात कर्फ्यू जैसे बने हुए हैं। सड़कों पर जहां भीड़ का वातावरण बना रहता था वहीं आज सन्नाटा पसरा हुआ है। छोटे दुकानदार रेहड़ी-फड़ी वाले, भरवाईं से चिंतपूर्णी तक यात्री परिवहन सेवा देने वाले टैक्सी ऑपरेटर, दिहाड़ीदार, प्रसाद व खिलौने वाले दुकानदारों के चेहरों पर भी मायूसी छाई हुई है।
नए बस स्टैंड से लेकर मंदिर परिसर तक श्रद्धालुओं की लाइनें होती थीं जो आज दूर-दूर तक देखने को नहीं मिल रही हैं। स्थानीय दुकानदारों जीवन, वाणी, बिट्टू, गोपाल, कुलदीप, रींकू, जुगल, गुलजारी आदि दुकानदारों ने बताया कि नवरात्र के कारण उन्होंने ऋण लेकर सामान डाला था लेकिन अब खरीदारी न होने से उनके ऊपर ऋण का बोझ स्पष्ट दिख रहा है।