डाल्टनगंज: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने देश में जम्मू-कश्मीर में लागू अनुच्छेद 370 और राम मंदिर जैसे मुद्दों को दशकों तक लटकाकर रखा जिससे समाज में दरारें पड़ीं और दीवारें बनीं, लेकिन उनकी सरकार ने अपने संकल्प के अनुसार न सिर्फ जम्मू-कश्मीर से 370 हटाकर वहां विकास का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि राम मंदिर बनाने का मार्ग भी प्रशस्त किया।
झारखंड में पांच चरणों में हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार का आज यहां से आगाज करते हुए मोदी ने यह बात कही। प्रधानमंत्री ने राज्य की जनता से एक बार फिर स्थिर सरकार देने के लिए भाजपा को पूर्ण बहुमत देने का आग्रह करते हुए कहा, कांग्रेस और उसके साथी समस्याओं को टालने में विश्वास रखते हैं। वे समस्याओं को टालते रहते हैं और उनके नाम पर वोट बटोरते रहते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 का आजादी के सत्तर साल बाद तक लागू रहना और अयोध्या में राम मंदिर का विवाद लटकते रहना। यदि कांग्रेस चाहती तो इन मुद्दों का समाधान दशकों पहले किया जा सकता था।
मोदी ने कहा, कांग्रेस ने सत्तर साल तक जम्मू-कश्मीर में 370 का मामला लटकाकर रखा। सोचिए जम्मू-कश्मीर में झारखंड सहित देश के विभिन्न हिस्सों के जवान सुरक्षा के लिए तैनात रहते हैं। शहादत देते हैं। इन सब के जिम्मेदार थे कांग्रेस और उसके सहयोगी दल। भाजपा ने आपसे इस समस्या के समाधान का वादा किया था और अपना वादा पूरा करके दिखाया है। उन्होंने कहा, भगवान राम की जन्मभूमि का विवाद भी इन लोगों ने दशकों से लटकाया हुआ था। कांग्रेस अगर चाहती तो उसका समाधान निकाल सकती थी। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। कांग्रेस ने अपने वोट बैंक की ही परवाह की। कांग्रेस की इस सोच से देश और समाज का नुकसान हुआ।
प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस की इस नीति से समाज में दरारें बनीं। दीवारें बनीं। भाजपा ने देश से वादा किया था कि इसका भी जल्द से जल्द समाधान निकालेंगे और यह सब काम हमने एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को पूरा करने के लिए किया। भारत एक हो, भारत श्रेष्ठ हो, जन-जन से जुड़ा हुआ हो। इसलिए एकता के मंत्र को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। इसलिए देखिए आज राम-जन्मभूमि से जुड़ा विवाद हल हो चुका है। उन्होंने कहा, जब समस्या का समाधान होता है तो हर किसी को आनंद होता है।
मोदी ने कहा कि भाजपा ने गरीबों, आदिवासियों, पिछड़ों, एक-एक व्यक्ति की मान मर्यादा, गरीबों के साथ न्याय भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिकता है। इसी सोच के चलते अटल बिहारी वाजपेई जी ने आदिवासी समाज को, पिछड़े समाज को झारखंड देने का काम किया। आज इसी वादे के चलते उन्होंने पहली बार अलग से जनजातीय मंत्रालय बनाया जिससे कि जंगलों में रहने वाले साथियों की समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश के एक बड़े वर्ग के हितों को देखने के लिए अलग से मंत्रालय ही नहीं था। इतना ही नहीं आजादी के इतने वर्षों तक पिछड़ों के लिए आयोग भी नाम मात्र का ही था। उसे संवैधानिक दर्जा देने के लिए पहल नहीं की गई। यह भाजपा की सरकार ही थी जिसने पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय भी तब तक अधूरा ही होता है जब तक सामान्य वर्ग के भी गरीब को न्याय न मिल जाए। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने सामान्य वर्ग में गरीबों को दस प्रतिशत का आरक्षण सरकारी सेवाओं में दिया। कांग्रेस की सरकारों ने सिर्फ इसे टाला। उन्होंने कहा, सबका साथ-सबका विकास की भावना के चलते ही भाजपा ने हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर विकास का कार्य किया। प्रधानमंत्री ने कहा, भाजपा ने जो वादे किए, उन्हें पूरा किया। चाहे वे कितने भी कठिन रहे हों। चाहे उनमें कितनी भी कठिनाई रही हो। दूसरी ओर कांग्रेस और उसके साथी सिर्फ रेवडय़िां बांटना जानते हैं।
उनके पास समस्याएं हैं, हमारे पास समाधान है। उन्होंने कहा, उनके (कांग्रेस और उसके साथी) पास सिर्फ झूठे आरोप हैं और हमारे पास अपने काम की रिपोर्ट है। उनके पास कोरी घोषणाएं हैं और हमारे पास विकास के प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री ने पलामू क्षेत्र की उत्तर कोयल जलाशय योजना की याद दिलाई और कहा कि कांग्रेस तथा उसके सहयोगियों ने इसे 42 साल से लटकाकर रखा, जबकि भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने पांच वर्षों में इसके समाधान का रास्ता निकाल लिया है और नई सरकार के गठन के बाद शीघ्रातिशीघ्र इसके निर्माण को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।