हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
कांग्रेस प्रवक्ता किरण धांटा ने सरकार से मांग उठाई है कि छात्रों को फीस के लिए प्रताडि़त करने वाले निजी स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जााए। उन्होंने कहा है कि स्कूलों में फीस बसूली को लेकर चल रही मनमानी से एक ओर जहां अभिभावक परेशान है वही अब छात्र छात्राओं को इसके लिये प्रताडि़त करना बहुत ही शर्मनाक व निंदनीय है।
किरण धान्टा ने निजी स्कूल वसूली को लेकर चल रही मनमर्जी पर सरकार को घेरते हुए कहा कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का थोथला नारा प्रदेश के लोगों के सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की विफलता ही है पिछले एक साल से स्कूल बंद होने के बाबजूद भी छात्रों व अभिभावकों पर स्कूल प्रबंधन की ओर से वार्षिक शुल्क व फीस बारे कोई अंतिम निर्णय नही लिया गया।
किरण धान्टा ने कहा है कि शिक्षा के अधिकार के तहत सरकार ने बच्चों को निशुल्क शिक्षा का अधिकार दे रखा है, यहां तक कि निजी स्कूलों में भी 25 प्रतिशत का कोटा समाज के कमजोर वर्ग को निर्धारित किया गया है।बाबजूद इसके इस कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ सबको शिक्षा देने की बड़ी बड़ी बातें करती है तो दूसरी तरफ राजधानी शिमला में ही एक छोटी बच्ची के साथ इस प्रकार की प्रताडऩा सरकार की व्यवस्था की पूरी पोल खोलता है।
धान्टा ने कहा है कि कोविड काल के इस बुरे दौर में आज प्रदेश के लोगों पर आर्थिक बोझ पड़ा है।सरकार ने किसी भी वर्ग को कोई राहत नही दी है।सरकार के सभी दावे झूठे सावित हुए है। उन्होंने कहा है की सरकार फीस को लेकर भी अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन के बीच कोई उपयुक्त कदम उठाए जिस से दोनों को कोई राहत मिले।