हिमाचल दस्तक ब्यूरो। नाहन
सिरमौर जिले की करीब 5 लाख 89 हजार आबादी में से अभी तक 1 लाख 25 हजार 800 लोगों के कोविड टेस्ट हो चुके हैं। इसकी प्रतिशतता लगभग 21 प्रतिशत हैं। इस दौरान 10 हजार 526 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। वर्तमान में 2843 एक्टिव केस हैं। जबकि 7974 लोग रिकवर हुए हैं।
यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने बुधवार को नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि मई माह में पॉजिटिविटी दर बढ़ी है। एक मई से 11 मई तक कुल 9705 लोगों के कोविड टेस्ट हुए। इनमें 35.26 फीसदी लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मई माह में 42 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले में मई माह में पॉजिविटी दर बढऩे का मुख्य कारण कही न कहीं लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल की सही तरीके से अनुपालना न किया जाना भी रहा है। लोग मास्क का प्रयोग सही तरीके से नहीं कर रहे हैं। वहीं बार-बार अपील करने के बावजूद भी बेवजह घर से बाहर निकलते हैं। खासकर शहरी क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालन सही तरीके से नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव होने के बाद जिन लोगों के घरों में होम आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं हैं, उनके लिए उपमंडल स्तर पर व्यवस्था की गई है। त्रिलोकपुर, पांवटा साहिब आदि में क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं।
डॉ. परुथी ने कहा कि जिले में 142 बैडों की व्यस्था लोगों के लिए की गई हैं। इनमें 71 लोग दाखिल हैं। वहीं अधिक क्रिटिकल कंडीशन वाले लोगों के लिए नाहन में 66 बैड स्थापित किए गए हैं, इनमें 27 लोग दाखिल हैं इसी तरह साईं अस्पताल में 18 बैड की व्यवस्था की गई है।
ऑक्सीजन बेड के लिए लोगों को नाहन रैफर न किया जाए, इसके लिए शिलाई, राजगढ़ और संगड़ाह में भी आक्सीजन बेड की व्यवस्था की जा रही है। डॉ. परुथी ने जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में 259 में से 211 पंचायतों में कोरोना संक्रमण का कोई मामला नहीं था। वर्तमान में केवल 65 पंचायतें ही बची हैं, जहां कोरोना संक्रमण का मामला नहीं है।
उन्होंने बताया कि नेशनल हाईवे पर बने ढाबों और सर्विस स्टेशन की दुकानों को खुला रखने के लिए प्रमिशन दी गई है। मगर यहां पर भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक होगा। उपायुक्त ने बताया कि आयुर्वेद विभाग हवन यज्ञ पद्धति शुरू कर रहा है। जिले के सभी 87 आर्युेदिक हेल्थ सेंटरों पर रोजाना हवन किया जाएगा। हवन में नीम, सेंदा नकर, गुगलूी और राई आदि को जलाया जाएगा, ताकि वायुमंडल शुद्ध हो। उन्होंने लोगों से कोविड नियमों का पालन करने की अपील की है।