हिमाचल दस्तक। पतलीकूहल
कुल्लू के ऐतिहासिक गांव शरन में भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय द्वारा 45 दिन का बुनकर शिविर लगाया गया। इसमें 23 महिलाएं बुनाई का काम सीख रही हैं।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष 7 अगस्त को हथकरघा दिवस के उपलक्ष्य में भारत सरकार ने इस गांव को हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट हेरिटेज गांव घोषित किया था। इसका शुभारंभ वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने किया था और गांव की महिलाओं को खड्डियां व सोलर लाइटें भी बांटी गई।
इसी संदर्भ में अब महिलाएं बुनकर विभाग कुल्लू के माध्यम से अपने रोजगार के सपनों को साकार करने जा रही हैं। बुनकर केंद्र कुल्लू के अधिकारी अनिल साहू ने बताया कि विभाग द्वारा पंचायत के माध्यम से गांव में रास्तों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके साथ-साथ गांव में एक काठकुणी शैली का प्रवेशद्वार भी बनाया गया है।
इस गांव में अब प्रथम प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है। इसके अलावा आगे भी शिविर लगाए जाएंगे, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के अवसर मिलेंगे।
पंचायत के प्रधान देव राज ने कहा कि गांव के कार्य करने के लिए पंचायत कृतसंकल्प है और उन्होंने इस के लिए प्रदेश सरकार और भारत सरकार का आभार भी जताया है।
गांव की महिलाओं सपना ठाकुर, गायत्री ठाकुर, कुवजा ठाकुर, हेमा ठाकुर, सुषमा ठाकुर, बबली ठाकुर, रजनी ठाकुर, निशा ठाकुर आदि ने कहा कि वे सब इस बात से खुश हैं कि उन्हें घर बैठे रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं और आने वाले समय में हमारा गांव इस पटल पर अपनी अलग पहचान बनाएगा। गांव को विश्व पटल पर पहचान मिलने से सभी लोगों में खुशी की लहर है।