- स्मार्ट सिटी के खर्च की जांच की मांग
- शिमला के लोगों से किया सरकार ने धोखा:आदर्श सूद
विशेष संवाददाता। शिमला
शिमला के पूर्व विधायक व नगर निगम शिमला के पूर्व महापौर आदर्श सूद ने प्रदेश सरकार पर स्मार्ट सिटी के नाम पर बजट खर्च करने में अनियमितता बतरने का आरोप लगाया है। शिमला में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए आदर्श सूद ने कहा कि स्मार्ट सिटी के जिन कार्यों के लिए पैसा आया था उसका सदुपयोग नहीं हो पाया।
केवल कंकरीट की दिवारें खड़ी कर दी गई है उसमें भी गुणवत्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद स्मार्ट सिटी के कार्यों में हुई अनियमित्ता की जांच करवाएगी। आदर्श सूद ने कहा कि गंज बाजार को नए सिरे से बसाने की योजना 25 साल पहले बन गई थी। स्मार्ट सिटी के तहत यहां पर कुछ भी काम नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि रामबाजार में नए सिरे से दुकाने बनाने के लिए पुरानी दुकानों को तोड़ा गया। पुरानी दुकाने उन्हीं स्थानों पर बनाई जा रही है इसके लिए कोई योजना नहीं बनाई। छह महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है अभी तक यह काम पूरा नहीं हुआ है। शहर के कारोबारी पहले ही करोना की मार झेल रहे थे।
अब उनके पास कारोबार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह काम कब पूरा होगा इस बारे में किसी को पता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश सरकार और प्रशासन की नालायकी को दर्शाता है।
ऑनलाइन कंपनियों पर नकेल कसे सरकार
आदर्श सूद ने कहा कि पिछले कुछ समय से ऑनलाइन कारोबार काफी ज्यादा बढ़ गया है। कई कंपनियां इस कारोबार को कर रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश की सरकार इन कंपनियों को प्रमोट कर रही है जबकि कारोबारियों को इससे काफी नुकसान हो रहा है।