तोमर ठाकुर। सोलन
जिला के निजी अस्पताल व क्लीनिक प्रिकॉशन डोज लगाने में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि पहले जब सरकार ने निजी अस्पतालों में पैड वैक्सीन शुरू की तो उस समय लोगों ने निजी के बजाए सरकारी हॉस्पिटल को तवज्जो दी। लिहाजा अब कोई भी अस्पताल रिस्क लेने के लिए तैयार नहीं है। बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने एक सप्ताह के भीतर 72 अस्पतालों व क्लीनिकों को पेड वैक्सीन लगाने का प्रस्ताव दिया है। लेकिन सभी ने प्रस्ताव रिजेक्ट कर दिया।
नतीजतन जिला में एकमात्र मल्होत्रा अस्पताल में पेड वैक्सीन लग रही है। ऐसे में प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए जिला के लोगों को बद्दी का रूख तय करना पड़ रहा है। हालांकि प्रिकॉशन डोज फं्रट लाइनर वर्कर या फिर 60 प्लस लोगों को शहर में ही लग रही। उनसे कोई फीस भी नहीं ली जा रही। लेकिन 18- 59 आयु वर्ग के लोगों को पेड वैक्सीन लग रही है। इसका लोगों में रोष भी है।
करीब 2 लाख को लगनी है अभी प्रिकॉशन डोज
पहली और दूसरी डोज लगाने में हिमाचल देश भर में अव्वल रहा। लेकिन अब प्रिकॉशन डोज लगाने में विभाग को निजी अस्पतालों का साथ उस स्तर पर नहीं मिल पा रहा है। जिसकी वह अपेक्षा कर रहे थे। ऐसे में अब भी जिला में ऐसे करीब 2 लाख लोग है। जिन्हें प्रिकॉशन डोज लगाने का इंतजार है। लेकिन एकमात्र अस्पताल में वैक्सीन लगने के कारण लोग वैक्सीन नहीं लगा पा रहे है।
ये भी परेशानी
निजी क्लीनिक प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए आगे नहीं आ रहे। इसका एक कारण ये भी है कि वैक्सीन की एक वायल से 10 लोगों को वैक्सिीन लगती है। ऐसे में जब तक क्लीनिक में दस लोग एक साथ वैक्सीन लगाने नहीं पहुंचेंगे। तब तक वायल नहीं खोली जा सकती है। ऐसे में डाक्टरों को इस बात का डर भी सता रहा है कि एक साथ दस लोग यदि वैक्सीन लगाने नहीं पहुंचे तो उन्हें नुकसान हो सकता है।
250 रूपए में लग रही वैक्सीन,सर्विस चाजिर्स भी अलग से
पहली ओर दूसरी डोज पूरे देश में फ्री लगी। लेकिन अब प्रिकॉशन डोज के लिए लोगों को पैसे चुकाने पड़ रहे है। फिल्हाल बद्दी में लग रही प्रिकॉशन डोज का चार्ज प्रति वैक्सीन 250 रूपए रखा गया है। इसके बाद अस्पताल सर्विस चार्ज भी वसूलेगा। विभाग की माने तो एक व्यक्ति से कम से कम 150 रूपए सर्विस चार्जिग के नाम पर लिए जा रहे है। ऐसे में प्रति व्यक्ति 400 रूपए खर्चा आ रहा है।
एक सप्ताह में 72 निजी अस्पतालों और क्लीनिकों से प्रिकॉशन डोज लगाने की बात की जा चुकी है। लेकिन कोई भी तैयार नहीं हुआ। अभी भी जिला के एक ही अस्पताल में पेड वैक्सीन लग रही है। उम्मीद है जल्द ही कोई अस्पताल मान जाएगा।
डा. मुक्ता रसतोगी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, सोलन