राजेंद्र ठाकुर। स्वारघाट
हिमाचल-पंजाब बॉर्डर पर श्रद्धालुओं (Devotees) के पहुंचने का सिलसिला जारी है। सोमवार शाम को भी उत्तर प्रदेश से 3 बसों में श्रद्धालु बॉर्डर के पास पहुंच गए। उन्होंने अपने बच्चों के मुंडन संस्कार करवाने थे, लेकिन उन्हें बॉर्डर से आगे जाने नहीं दिया गया, क्योंकि मां नयनादेवी के दरबार श्रद्धालुओं (Devotees) के दर्शनों के लिए अभी बंद हैं।
निराश होकर छोटे-छोटे बच्चे, महिलाएं और वृद्ध श्रद्धालु काफी देर तक सड़क पर बैठे रहे। श्रद्धालुओं का कहना है कि बाकी राज्यों में तो मंदिर खुल चुके हैं।
माता वैष्णो देवी का दरबार, इसके अलावा मथुरा वृंदावन जैसे बड़े मंदिर खुल चुके हैं, लेकिन हिमाचल के मंदिर अभी तक क्यों बंद रखे गए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि वे उत्तर प्रदेश से लगभग 50-60 हजार रुपये खर्च करके यहां पहुंचे हैं और मंदिर बंद होने के कारण उन्हें काफी निराशा का सामना करना पड़ा।