राजेश कुमार। धर्मशाला
ड्राइविंग स्किल सड़क सुरक्षा से जुड़ा मामला है, प्रशिक्षित चालक सेफ्टी के साथ रोड पर चलते हैं। यही वजह है कि परिवहन विभाग द्वारा जिला कांगड़ा के संसारपुर टैरेस में मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल प्रस्तावित किया है।
आरटीओ धर्मशाला डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि प्रदेश का पब्लिक ट्रांसपोर्ट्स का 30 फीसदी कांगड़ा से है और जिला कांगड़ा में चालकों की काफी मांग रहती है। कई युवा सेना व पैरा मिलिट्री में ड्राइविंग में जाना चाहते हैं, अभी हमारे पास वर्ल्ड क्लास ड्राइविंग ट्रेनिंग की व्यवस्था नहीं है।
संसारपुर टैरस में मॉडल आईटीआई खुल रहा है, उसी के साथ परिवहन विभाग ने मॉडल ड्राइविंग स्कूल प्रस्तावित किया है। इसमें 4-5 क्लास रूम होंगे, हॉस्टल की सुविधा होगी, ड्राइविंग लैब होगी और ड्राइविंग रेंज भी बनाई जाएगी। ड्राइविंग रेंज में ड्राइवर्स को ट्रैक बनाकर ट्रेनिंग दी जाएगी।
विभिन्न क्षेत्रों में ड्राइविंग की ट्रेनिंग चालकों को ट्रैक के माध्यम से दी जाएगी। स्कूल में एक बस और एक लाइट वेट व्हीकल की भी व्यवस्था रहेगी, जिससे भारी व हल्के दोनों वाहनों की ट्रेनिंग चालकों को मिल सके। इस स्कूल के माध्यम से प्रतिवर्ष 20 हजार चालक तैयार करने का लक्ष्य रहेगा।