ललित ठाकुर। पधर
उपमंडल पधर की गृह पंचायत डलाह की मंगली देवी के बच्चों को वीरवार को जिला बाल संरक्षण इकाई मंडी की टीम अपने साथ मंडी ले गई। मंगली देवी को वृद्ध आश्रम भंगरोटू में एक हफ्ते के लिए रखा जाएगा।
हिमाचल दस्तक ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था कि ग्राम पंचायत डलाह में एक महिला अपने बच्चों के साथ एक टूटी-फूटी झोपड़ी में रह रही है। मामला उठते ही कई दानी सज्जनों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए थे और उसके बच्चों और उसके लिए कपड़े सहित अन्य जरूरत का सामान मुहैया करवाया था।
सूचना मिलते ही जिला बाल संरक्षण अधिकारी मंडी डीआर नायक के आदेशानुसार बाल संरक्षण इकाई ने एसडीएम पधर और पुलिस प्रोटेक्शन के साथ रेस्क्यू किया। जब टीम मौके पर पहुंची तो मंगली देवी अपने बच्चों को बाल गृह न भेजने की बात पर अड़ गई। हालांकि बाल संरक्षण की टीम ने पहले भी कई बार मंगली देवी के घर का विजिट कर बच्चों की काउंसिलिंग की थी।
बाद में एसडीएम पधर के जाने पर मंगली देवी और उसके बच्चों को एसडीएम कार्यालय पधर लाया गया, जहां से एसडीएम पधर शिव मोहन सिंह सैनी ने बच्चों को नए कपड़े पहनाकर बाल संरक्षण इकाई के साथ मंडी भेज दिया, जहां से अब इनको आगे सरकारी तंत्र की सहायता से संस्था में भेजा जाएगा। मंगली देवी को भी एक हफ्ते के लिए ओल्ड एज होम भंगरोटू में रखा जाएगा। गौरतलब है कि मंगली देवी के मकान का कार्य भी युद्ध स्तर पर जारी है, जिसे पंचायत के माध्यम से करवाया जा रहा है।