रमेश शर्मा। रामपुर बुशह
ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से अपनी जान गंवा चुके डॉक्टरों के परिवार को न केवल उचित मुआवजा दिया जाए, बल्कि उनके परिवारों की देखभाल भी की जाए।
यह मांग ग्राम पंचायत फूंजा की प्रधान शशि जिंटा ने सरकार से की है। शशि जिंटा ने डॉक्टर्स-डे पर चिकित्सकों के योगदान को याद करते हुए कहा कि केवल दिवस मनाने की औपचारिकता से सम्मान प्राप्त नहीं होगा, अगर सही मायने में सरकार, समाज और जनता में संवेदनशीलता है तो डॉक्टरों के मूलभूत मुद्दों और समस्याओं को हल किया जाना चाहिए।
सरकार को उनके काम के बोझ को कम करने के लिए डॉक्टरों के खाली पदों को भरना चाहिए और सहयोग देने वाले पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्टाफ की भी भर्ती की जाए। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को कोविड संक्रमण से सुरक्षा के लिए अच्छी गुणवत्ता के उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं।
प्रधान शशि जिंटा ने कहा कि पिछले वर्ष के आंकड़ों के अनुसार 9 माह में 768 डॉक्टरों ने कोरोनाकाल में अपनी जान गंवाई है। इस वर्ष भी मात्र 9 हफ्ते में ही 776 डॉक्टर अपनी जान गंवा चुके हैं।