अमीर बेदी । पालमपुर : दुल्हन के साथ चार फेरे लेने अंग्रेज दूल्हा पालमपुर पहुंचा। पालमपुर में अंग्रेजों की बारात देख चेहरों पर रौनक छा गई। स्थानीय बैंड बाजे पर थिरकते दूल्हे के रिश्तेदारों ने शादी की सारी रस्में पालमपुर गुरुद्वारा में पूरी कीं। सिख मर्यादाओं के अनुसार 4 फेरे ही लिए जाते हैं।
इंग्लैंड से यहां पहुंचे दूल्हे के परिजनों ने अपने परिवार के लिए दुल्हन कांगड़ा से चुनी और शादी रचाई। दरअसलए इंग्लैंड से संबंध रखने वाले परिवार और पंचरुखी के अंद्रेटा गांव एक लड़की के बीच मधुर संबंध बने और यह रिश्ते सात जन्मों के लिए बंध गए। बताया जा रहा है कि लड़की के कुछ रिश्तेदार भी विदेश में रहते हैं और उसके पिता यहां के स्थानीय निवासी हैं जो कि यहां एक रिसोर्ट के मालिक हैं। दूल्हे-दुल्हन के परिजनों ने इस शादी को सिख रीती रिवाजों के मुताबिक संपन्न करवाया।
शादी के लिए पालमपुर गुरुद्वारा चुना और गुरू ग्रंथ साहिब की हजूरी में चार फेरे लिए। स्थानीय लोगों के लिए यह पहला मौका था जब कोई अंग्रेज घोड़े पर चढ़कर दुल्हन को ब्याहने आया हो। उस पर थुरल से आए बैंडबाजा पार्टी के साथ अंग्रेज महिला पुरुषों का थिरकना और भी रोमांच पैदा कर रहा था। कुछ लोग अंग्रेज दूल्हे के साथ चित्र लेते भी नजर आए। पालमपुर गुरुद्वारा कमेटी की अनुमति उपरांत इस शादी के संपूर्ण होने की रस्में पूरी की गईं। गुरुद्वारा में शादी समारोह दौरान अंग्रेजी व पंजाबी में गुरुवाणी पाठ हुआ।