अनूप शर्मा। बिलासपुर
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिंद्र गर्ग ने ऊना के जिला स्तरीय ई-चिंतन सत्र में वर्चुअल रूप से बतौर मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया।
इस अवसर पर उन्होंने कृषि क्षेत्र में सुधार एवं उपलब्धियों पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने जिला स्तरीय ई-चिंतन सत्र में उपस्थित पदाधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि अब किसानों को अपनी फसल को बेचने के लिए बिचौलियों की जरूरत नहीं होगी। इससे किसानों को राहत मिली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से सिंचाई सुविधाओं के विस्तार व कृषि गतिविधियों में विविधता लाने के लिए अनेक नई योजना आरम्भ की हैं, जिनके सफल कार्यान्वयन से किसानों की आय में वृद्धि हो रही है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को अपनाया गया है। इसके तहत देसी गाय के गोबर से बनी खाद का प्रयोग करने पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती, खुशहाल किसान योजना का मुख्य उद्देश्य खेती की लागत को कम करना तथा पौष्टिक फल-सब्जियां उगाना है ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए देसी नस्ल की गाय के पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसमें 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नूतन पालीहाउस परियोजना आरम्भ की गई है।
इस योजना के तहत पालीहाउस बनाने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना का लाभ किसानों को मिल रहा है। इस योजना के तहत किसानों के खाते में प्रति वर्ष सीधे तौर पर 6 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की जा रही है जिसके किसान आर्थिक रूप से मजबूत हुए हैं। इसके उपरांत उन्होंने घुमारवीं विश्राम गृह में लोगों की समस्याएं सुनी तथा उनका समाधान भी किया।