शैलेश सैनी। नाहन
जिला सिरमौर में कोरोना को लेकर बिजली बोर्ड के गिरी नगर पावर हाउस द्वारा सरकारी आदेशों के मद्देनजर विशेष प्लान तैयार किया गया है। कोरोना संकट में इस समय बिजली निर्बाध रूप से ऑक्सीजन प्लांट और अस्पतालों को मिलती रहे, इसको लेकर गिरी नगर पावर हाउस में 3 शिफ्टों की जगह 2 शिफ्ट कर दी गई हैं।
एचपी स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड गिरी पावर हाउस के रेजिडेंट इंजीनियर राहुल राणा ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि गिरी पावर हाउस मौजूदा समय डेढ़ लाख यूनिट जेनरेट कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय कैचमेंट एरिया में पानी की कमी हो जाती है और गर्मी का सीजन भी है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय देश व प्रदेश पर भी कोरोना का वज्रपात हो रहा है। राहुल राणा ने कहा कि ऐसे में बिजली बोर्ड के कर्मचारियों का और अधिक दायित्व बढ़ जाता है। आरई राहुल राणा ने बताया कि अस्पतालों में और जिला के 2 ऑक्सीजन प्लांट में बिजली की इस समय निर्बाध आपूर्ति की आवश्यकता है। लिहाजा गिरी पावर हाउस से बिजली जेनरेट किए जाने को लेकर और कोरोना के चलते प्रोटोकॉल का भी पालन सुनिश्चित करते हुए विशेष प्लान तैयार किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस प्लान के तहत पहले चार शिफ्ट चला करती थी। इन चार शिफ्टों में 3 शिफ्ट 8-8 घंटों की जबकि एक शिफ्ट रिलीवर के लिए रखी जाती थी। रेजिडेंट इंजीनियर का कहना है कि कोरोना के बाद जारी सरकारी गाइडलाइन के अनुसार 50 फ़ीसदी अटेंडेंस सुनिश्चित करते हुए अब 2 शिफ्ट कर दी गई हैं। इन शिफ्टों का टाइम 12-12 घंटे सुबह 8 से रात्रि 8 किया गया है। बाकी जो 2 शिफ्ट बचती हैं उन्हें रिजर्व में रखा गया है।
रिजर्व में रखने की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि किसी को कोरोना आदि का संक्रमण हो जाता है तो ऐसे में कोई बाधा पैदा न हो, उसके लिए रिजर्व शिफ्ट कार्य करेगी। कहा जा सकता है कि इस तरह से आपूर्ति निर्बाध हो, उसके लिए बैकअप तैयार किया गया है। वही मेंटेनेंस का भी 50 फ़ीसदी कर बाकी को बैकअप में रखा गया है।
बहरहाल बिजली बोर्ड का कर्मचारी प्रत्यक्ष रूप से भले ही नजर न आता हो मगर वेंटिलेटर की सांसों में बिजली की आपूर्ति निर्बाध होना महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसे में इस व्यवस्था को बनाए रखने वाले कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिया जाना न्यायसंगत होगा।