शिमला:
कांगड़ा जिला के सुलाह से विधायक और जयराम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार अब विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे। वह डॉ. राजीव बिंदल के इस्तीफे से खाली हुई सीट को सुशोभित करेंगे। सोमवार देर शाम भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ये फैसला लिया और मंगलवार को नामांकन के बाद बुधवार को परमार के चुनाव की प्रक्रिया सदन में पूरी होगी।
56 साल के विपिन परमार 27 दिसंबर 2017 को पहली बार कैबिनेट मंत्री बने थे। उन्हें स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभागों का जिम्मा सौंपा गया था। अब उन्हें सरकार से विधानसभा की ओर रुख करना होगा। इससे पहले कई दिनों की चर्चा के बाद इस बारे में फैसला नहीं हो पा रहा था। इससे पहले तीन मंत्रियों से सरकार और संगठन के स्तर पर चर्चा हो चुकी थी। इनमें स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और डॉ. राजीव सैजल शामिल थे। और तो और कोई वरिष्ठ विधायक भी इस पद पर जाने को तैयार नहीं था। इसकी दो वजह पार्टी के नेता बता रहे थे।
एक तो विधायकों के मन में मंत्री बनने की संभावनाएं दिख रही हैं और दूसरा अधिकांश मानते हैं कि अध्यक्ष बनकर उनकी राजनीतिक पारी का अंत हो सकता है, क्योंकि राजनीतिक बंदिशें बहुत हैं। खासकर जिन हालातों में डॉ. राजीव बिंदल ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, उससे ये अंदेशा भाजपा विधायक दल में और मजबूत हुआ है। इसके बाद भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दिल्ली में दोबारा संपर्क स्थापित किया। दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे के कारण पीएमओ में पहले से ही व्यस्तता थी। बाद में दिल्ली से यही आदेश आया कि विपिन परमार को ही विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाए।
कैबिनेट में खाली हो गईं 3 सीटें, पर विस्तार टला
किशन कपूर के सांसद बनने और अनिल शर्मा के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में दो सीटें खाली थीं। अब विपिन परमार के विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद तीसरी सीट खाली हो रही है। हालांकि फिलहाल बजट सत्र के दौरान अब मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाएं कम दिख रही हैं। स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद मंत्री के सवाल और अन्य बिजनेस किसी दूसरे मंत्री को शिफ्ट होंगे। इस बदलाव से विधानसभा का सीटिंग प्लान भी बदलेगा।
भाजपा विधायक दल में नड्डा के स्वागत की चर्चा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में बजट सत्र के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हिमाचल दौरे पर काफी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को निर्देश दिये कि इस स्वागत समारोह में सभी अपना योगदान दें। नड्डा 27 फरवरी को सोलन आ रहे हैं। रात को शिमला आकर वह प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक पीटरहाफ में लेंगे और 28 और 29 को बिलासपुर होंगे।