- अब छह महीने बाद ही भर पाएंगे नेट का फॉर्म
- रिजल्ट न आने से इस बार नहीं भर पा रहे फॉर्म
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : एचपीयू की लापरवाही की वजह से छात्रों को नेट का फार्म भरने के लिए अभी इंतजार करना होगा। छात्र अब 6 महीने बाद ही नेट के लिए फॉर्म भर पाएंगे। दिसंबर में होने वाली नेट की परीक्षा के लिए छात्र आवेदन नहीं कर पाएंगे। दरअसल एचपीयू की ओर से 2017-19 बैच के छात्रों के अंतिम सेमेस्टर का रिजल्ट अभी जारी नहीं किया गया है।
इसके कारण छात्रों को नेट का फार्म भरने में दिक्कतें आ रही हैं। नेट की परीक्षा के लिए फॉर्म भरने की आखिरी तिथि 9 अक्तूबर है। एचपीयू ने अभी तक जून 2019 में मास्टर डिग्री पूरी करने वाले छात्रों का रिजल्ट जारी नहीं किया गया है, सिवाय एमटेक के छात्रों को छोड़कर। ऐसे में नेट के फार्म भरते समय छात्रों को मास्टर डिग्री में हासिल किए गए अंकों को भरना होता है, लेकिन रिजल्ट न आने से फार्म में अंक नहीं भर पा रहे है। इसके अलावा अगर छात्र पास आऊट की बजाय अपीयरिंग वाले कॉलम को भरते तो फार्म में पासआउट ईयर 2020 या 2021 दर्शाया जा रहा है। जबकि यह छात्र जून 2019 में पास ऑउट होने है।
इसके कारण एचपीयू से मास्टर डिग्री उत्तीर्ण करने वाले सैंकड़ो छात्र इस बार दिसंबर में होने वाली नेट की परीक्षा के लिए आवेदन करने में असमर्थ है। ऐसे में छात्रों को अगले साल जून में होने वाली नेट की परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा। नेट की परीक्षा का संचालन एनटीए यानि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से हर साल दो बार किया जाता है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण करने के बाद छात्र किसी भी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन करने के पात्र बन जाते हैं। इसके अलावा इस परीक्षा से पीएचडी के लिए जूनियर रिसर्च स्कॉलरशिप भी हासिल कर सकते हैं।
शास्त्री के छात्र भी परेशान
एचपीयू के तहत आने वाले संस्कृत के छात्रों को भी रिजल्ट न आने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संस्कृत कॉलेज में पढ़ रहे पराग-1 और पराग-2, के छात्रों ने मार्च महीने में परीक्षा दे दी है, लेकिन अभी तक एचपीयू की ओर से उनका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। इसके कारण छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।