राजीव भनोट। ऊना : उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री राधा कृष्ण मंदिर कोटला कलां में शनिवार को वार्षिक महासम्मेलन शुरू हो गया। सम्मेलन के पहले दिन चंडीगढ़ से पहुंची सीमा ने अपने भजनों से श्रद्धालुओं को खूब नचाया। भजन गायिका सीमा ने भजनों से संगतों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
सम्मलेन की शुरूआत राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने श्री राधा कृष्ण की मूर्तियों की पूजा अर्चना कर किया। राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने उपस्थित सैंकडों श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखद जीवन की कामना की। वार्षिक महासम्मेलन में वृंदावन के कलाकारों द्वारा रासलीला भी की गई। यह रासलीला 13 फरवरी तक रोजाना की जाएगी।
समागम की शुरुआत सीमा चंडीगढ़ वालों ने एक से बढ़कर एक भजन गाकर सभी भक्तों को मंत्रमुगध कर दिया। सीमा ने मैं नचना शाम दे नाल, तेरी यमुना दा मीठा-मीठा पानी मटकिया भर लेण दे, मीरा बाई नचदी, मन करे वृंदावन चलिए, आज कान्हा के नाल होली खेलेणी, शाम की खातिर नचना पेंदा ए, बुला लो प्यारे बरसाणा, तेरे दर पर आने को जी चाहता है, तेनू यमुना ते आए किन्ने दिन बीत गए, हरे कृष्णा-हरे कृष्णा-कृष्णा-कृष्णा हरे हरे, बरसाणे-बृज में शोर, वृंदावन रहन वालेया, मच गया शोर सारी नगरी में आया बृज का बांका संभाल तेरी गगरी रे, मेरा श्यााम बड़ा रंगीला, एक हमारे बांके बिहारी सहित अन्य भजनों से भक्तों को नचाया।
सीमा चंडीगढ़ वालो ने कहा कि श्याम के नाम में ही सब है। जो भी हरि का नाम जपता है उसकी नैया पार हो जाती है। इस मौके पर बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि संतो की संगति सबसे अच्छी होती है। संत रब्ब का रुप होते हैं। जिसने संत को समझ लिया उसने भगवान को समझ लिया। संतों द्वारा दिखाया गया मार्ग कभी भी व्यक्ति को गलत दिशा में नहीं ले जा सकता। उन्होंने कहा कि संत खुद सच के मार्ग पर चलकर तप और त्याग की भावना से ओतप्रोत होकर निकलता है और सच्चा संत सच का ही मार्ग दिखाता है।
बाबा बाल जी ने कहा कि संतों व सत्संग का सानिध्य भी प्रभु कृपा से ही मिलता है। उन्होंने कहा कि हमें चुगली, निंदा से बचना चाहिए। कृष्ण का नाम हर समय हमारी जुबान पर होना चाहिए। इस सम्मेलन में बहन कैलाश, चाचा जीत राम, मोहन सैणी, लाजपत राय, महेश, जगदेव सिंह भाटिया, माध्वानंद सहित अन्य अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
आज आएंगे महामंडलेश्वर गीता
राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने बताया कि 2 फरवरी को महामंडलेश्वर गीता आएंगे। महामंडलेश्वर गीता 5 फरवरी तक गीता प्रवचन से संगतों को निहाल करेंग। उन्होंने बताया कि 4 फरवरी को चित्र-विचित्र वृंदावन वाले अपने सुबह 10 से 12 बजे भजनों से कृष्ण भक्तों को निहाल करेंगे।