राजीव भनोट, ऊना। यूनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक संगठन के आह्वान पर समस्त सरकारी क्षेत्र के राष्ट्रीय बैंको के कर्मचारियों व अधिकारी दूसरे दिन जिला मुख्यालय हड़ताल पर रहे। शनिवार को सभी बैंको की शाखाएं बंद रही। किसी भी शाखा में कोई भी काम नहीं हुआ।
बैंको के सभी कर्मचारी व अधिकारियों ने रैली के माध्यम से पुरे बाजार में कर्मचारियों ने भारत सरकार और आईबीआई बैंक प्रबंधक के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ हिमाचल प्रदेश मडयूल शिमला सहायक महासचिव अंजन केशव ने बताया कि सरकार, आईबीए के ढुलमुल रवैये के कारण बैंक कर्मियों को काफी परेशानी झेलनी पढ़ रही है। सरकार से और आईबीए निवेदन की हमारी मांगे जल्द से जल्दी पर विचार कर राहत दे।
अन्यथा 11 से 13 मार्च तीन दिन और एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन पर चले जाएंगे। जिसकी सारी ही जिम्मेदारी भारत सरकार और आईबीए पर होगा। इस अवसर पर जिला सचिव अंजनी शर्मा, भारतीय स्टेट बैंक कर्मचारी संघ क्षेत्रीय सचिव विजय शर्मा, प्रधान हमीरपुर मंडल डीके संधू, सचिव हमीरपुर मंडल केश दुरेजा, कोषाध्यक्ष हमीरपुर मंडल आर के डोगरा व उप प्रधान चंडीगढ़ सर्कल विजय कुमार शर्मा सहित अन्य बैंक कर्मी उपस्थित रहे।
ये हैं बैंक कर्मियों की मांगें
बैंको के कर्मचारियों ने मांग की है कि जल्द वेतन वृद्धि की जाए, बैंकों में पांच दिन कार्य दिवस हो, बेसिक-पे में स्पैशल भत्ते का विलय हो, एनपीएस को खत्म किया जाए, पैशन का अपडशेन हो, परिवार को मिलने वाली पैशन में सुधार हो, अधिकारियों के लिए बैंक में कार्य के घंटे का नियमितिकरण इस दौरान ग्राहकों को आई परेशानी पर खेद है। उसकी सारी जिम्मेदार भारत सरकार और आईबीए है।