विशेष संवाददाता : शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व महासचिव राहुल गांधी को चुनौती दी है कि यदि वे भ्रष्टाचार में संलिप्त नहीं हैं तो जांच एजेंसी के सामने जाएं। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के दोनों नेताओं को ईडी ने समन दिया है और यह समन तभी किया जाता है जब कोई भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया जाता है।
सीएम ने कहा कि जांच एजेंसियां निष्पक्षता के साथ काम कर रही हैं और उन्हें अपना काम करने देना चाहिए। यदि कोई भ्रष्टाचारी नहीं है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेता लगातार एक्सपोज हो रहे हैं। उनपर जब आरोप सामने आ रहे हैं तो वह राजनीति का सहारा ले रहे हैं। सोनिया गांधी व राहुल गांधी को ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में समन दिया है, जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। सभी नेताओं को कांग्रेस ने निर्देश दिए हैं कि ईडी कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि ऐसा करके कांग्रेस पार्टी जनता के बीच सहानुभूति लेने की कोशिश कर रही है, मगर इसका कोई असर नहीं होगा।
कांगे्रस कर रही जनता का ध्यान बांटने की कोशिश
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार को आठ साल हो गए हैं, लेकिन आज तक किसी भी तरह के भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया है। कांग्रेस अब पूरी तरह से जनता का ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है, जिसमें उसे सफलता नहीं मिल पाएगी। काग्रेस के नेता अब सामने आ चुके हैं। भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दों को राजनीतिक रंग देना सही नहीं है। जांच एजेंसियां निष्पक्षता से काम कर रही हैं, जो अपना काम करंेगी। यदि कोई पाक साफ है तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है।