शैलेश सैनी। नाहन
विकास के बड़े बड़े वादे करने वाली प्रदेश की भाजपा सरकार के दावे नाहन की सैन की सेर पंचायत में खोखले साबित हो रहे है। आजादी के बाद से आज तक इस पंचायत के सैर की सेर गांव की सड़क की ना तो हालात सुधरी है और न ही इस सड़क को पक्का करने की स्थानीय विधायक ने कभी जरूरत समझी है। ना तो इस गांव के लिए कोई स्थाई पेयजल योजना है और न ही सड़क पक्की है। हैरानी की बात तो यह भी है कि यह पंचायत कोई दूरदराज क्षेत्र की नहीं बल्कि नाहन से मात्र 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
जबकि यह पंचायत सरकार की तमाम समाजिक व जागरूकता वाले अभियानों का केंद्र भी रहती है। चाहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम हो या फिर पॉलीथिन उन्मूलन के साथ स्वछता अभियान हो। प्रशासन अक्सर इसी पंचायत में आकर लोगों की भागेदारी के साथ काम करता है। सड़क पक्की न होने को लेकर गांव के लोगों में सरकार व प्रशासन के प्रति काफी रोष भी है। गांव के लोगों का कहना है कि जब इन्हे मतलब होता है तब सैन की सेर पंचायत याद आती है और विकास के नाम पर केवल कोरे आश्वासन ही दिए जाते है।
बड़ी बात तो यह भी है कि यह पंचायत पौधा रोपण के साथ-साथ जंगलों का संरक्षण में भी बढ़ चढ़ कर भाग लेती है। हाल ही में पंचायती राज चुनाव में महिला प्रधान जीत कर आई है। मगर अभी तक इस सड़क को पक्का किये जाने को लेकर कोई आसार नजर नहीं आ रहे है। जबकि आसपास क्षेत्र की पंचायतों में छोटी से छोटी सड़के भी इंटरलॉक टाइलों से सुसर्जित है। गांव में कई और समस्याए भी सरकार को आइना दिखा रही है। जिसमें सिंचाई की समस्या भी एक है।
इस गांव से होकर 12 मासी पानी वाली खड्ड भी गुजरती है। मगर अभी तक इस खड्ड पर चेक डेम आदि लगाकर पानी इकट्ठा करने के लिए कोई भी योजना नहीं बनाई गई है। गांव के लोगों की मांग है कि डब्बल इंजन वाली सरकार जल्द से जल्द गाँव की सड़कों व अन्य समस्याओ के प्रति जल्द से जल्द कोई समाधान करे अन्यथा 2022 के मिशन रिपीट में यह पंचायत एक बड़ी बांधा भी साबित होगी।
उधर, पंचायत प्रधान रेखा देवी का कहना है कि पंचायत के बहुत सारे कार्य ऐसे है जोकि अब तक ठंडे बस्ते में रहे है मगर अब पंचायत के हर गांव में हर विकास कार्य और मुद्दों पर योजनाबद तरीके से काम किया जाएगा। जल्द ही सरकार व प्रशासन को गांव में कच्ची सड़कों पर इंटरलॉक टाइल्स लगाकर पक्का करवाया जाएगा।