चेतन लता। जंजैहली
खंड विकास कार्यालय जंजैहली के अंतर्गत गांव दुसाधी में हैंडलूम जागरूकता शिविर लगाया गया। इसमें स्थानीय महिलाओं ने भाग लिया, जो हैंडलूम में काम करती हैं।
बता दें कि जम्मू से एनएस गहलोत वैज्ञानिक एवं प्रभारी अधिकारी रेशम तकनीकी सेवा केंद्र रेशम बोर्ड वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार जम्मू से आए थे। उन्होंने महिलाओं को बताया कि हमारा मुख्य उद्देश्य आपकी आय को बढ़ाना है और आप अच्छे से अच्छा काम करें और आगे से आगे बढें, इसके लिए मंत्रालय की तरफ 20 महिलाओं को प्रशिक्षण भी देते हैं, ताकि महिलाएं सशक्त हों।
इस तरह के जागरूकता शिविर इस विशेष दल ने बालीचौकी, थुनाग और जंजैहली में भी लगाए। एनएस गहलोत ने हैंडलूम के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही विकसित है। यहां काफी पर्यटक आते हैं और हिमाचली शॉल-टोपी, जुराबें व अन्य चीजें बहुत ही आकर्षित करती हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि अगर इसमें रेशम भी साथ में प्रयोग किया जाए तो इससे बनाई गई चीजों की कीमत और भी बढ़ जाएगी। इससे अधिक आय प्राप्त होगी।
इस मौके पर सेरीकल्चर से जगदीश राज सीएसबी ने भी सभी महिलाओं से कहा कि रेशम का प्रयोग करें और अपनी आय को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि शहतूत के अधिक से अधिक पेड़ लगाएं, जबकि पेड़ लगाने के लिए 15 सौ की राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि महज 22 दिन के अंदर-अंदर बहुत अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं।