हिमाचल दस्तक। पधर
कला एवं शिल्प अध्यापकों व शारीरिक अध्यापकों को टीजीटी का पदनाम मिले। यह बात राजकीय सीएंडवी अध्यापक संघ के अध्यक्ष दया राम ठाकुर ने कही। उन्होंने कहा कि सभी सीएंडवी अध्यापक एक ही आर एंड पी नियम के तहत भर्ती हुए हैं।
राजकीय सीएंडवी अध्यापक संघ के अध्यक्ष दयाराम ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला के 23 ब्लॉकों के सभी कला एवं शिल्प अध्यापकों और शारीरिक अध्यापकों का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री मंडी दौरे पर होंगे, उसी दौरान सभी मंडी जिला के 23 ब्लॉकों के सभी कला एवं शिल्प अध्यापकों व शारीरिक अध्यापकों का समूह मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कला एवं शिल्प व शारीरिक अध्यापक की मुख्य मांगें मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के समक्ष रखी जाएगी, जिनमें कला एवं शिल्प व शारीरिक अध्यापकों को टीजीटी का पदनाम मिले। सभी सी एंड वी अध्यापक एक ही आर एंड पी रूल के तहत भर्ती हुए हैं इसीलिए कला एवं शिल्प व शारीरिक अध्यापकों को टीजीटी का पदनाम मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी माध्यमिक विद्यालयों में कला अध्यापक व शारीरिक अध्यापकों के पद रखे जाएं। वह 100 बच्चों की कंडीशन को समाप्त किया जाए। ड्राइंग विषय को अनिवार्य विषय किया जाए। नए माध्यमिक विद्यालयों में कला एवं शिल्प अध्यापक व शारिरीक अध्यापकों की पोस्ट क्रिएट की जाए। सभी सीएंडवी अध्यापकों की 2 विशेष वेतन वृद्धि 20 वर्ष के पश्चात मिलती थी, उस वेतन वृद्धि को 15 वर्ष किया जाए।