शैलेश सैनी। नाहन
कालाअंब के प्रमुख लोहा उद्योग जय भारत सरिया, एचएम स्टील और एक अन्य सरिया उद्योगों सेंट्रल जीएसटी चंडीगढ़ इन्फोर्समेंट की टीम के द्वारा जीएसटी घोटाले की आशंका के चलते रेड की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन उद्योगों की लंबे समय से जीएसटी चोरी को लेकर शिकायतें मिल रही थी। इसी आशंका के चलते सेंट्रल जीएसटी चंडीगढ़ की टीम के द्वारा कालाअंब के सरिया उद्योगों में छापेमारी की गई।
हालांकि सीजीएसटी की टीम के प्रतिनिधि के द्वारा यह खुलासा नहीं किया गया है कि उनके द्वारा जीएसटी की चोरी को लेकर क्या मामला पाया गया है और टीम में कौन सदस्य थे, मगर यह तो तय है कि जिस तरीके से इन उद्योगों में रॉ मैटिरियल लाया जाता है, उसको लेकर जीएसटी चोरी की बड़ी आशंका जताई जा रही है।
गौरतलब हो कि हिमाचल दस्तक के द्वारा कालाअंब में सरकार की आंखों में धूल झोंकते हुए कच्चे बिलों पर स्क्रैप आदि चोर रास्तों के माध्यम से फैक्टरी तक पहुंचाया जाता है। यही नहीं इन कच्चे बिलों वाले स्क्रैप से भरी गाडिय़ों को विशेष दलालों के द्वारा प्रति गाड़ी के हिसाब से भुगतान कर सेफ पैसेज दिलाया जाता है।
बड़ी बात तो यह भी है कि इस बड़े नेटवर्क में कथित दलाल की पूरी टीम काम करती है। जिस समय गाडिय़ां बगैर बिल के निकाली जाती हैं, उस दौरान जीएसटी भवन नाहन और संबंधित विभाग के अधिकारियों के घर के आसपास से लेकर कालाअंब के फैक्टरी के गेट तक पूरा नेटवर्क फोन पर जानकारी देता है।
पूरा रास्ता साफ होने के बाद ही नंबर दो का स्क्रैप लोहा उद्योगों तक पहुंचता है। मजे की बात तो यह है कि जीएसटी चोरी कर गाडिय़ों में तैयार माल वापस जब हरियाणा की ओर से जाता है तो वहां दलाल की बी टीम पूरी तरह से सक्रिय होकर कार्य करती है, मगर इस बार जिस तरीके से अचानक चंडीगढ़ की इन्फोर्समेंट टीम ने छापेमारी की है, उसको लेकर पूरे औद्योगिक क्षेत्र में हडक़ंप मचा हुआ है।
सीजीएसटी की टीम अपनी कार्रवाई करके और तमाम जरूरी दस्तावेज समेटकर वापस जा चुकी है। अब देखना यह होगा कि इस कार्रवाई के बाद क्या खुलासा होता है। उधर, जय भारत सरिया के सीएमडी सुरेंद्र जैन ने पुष्टि करते हुए बताया कि उनके उद्योग में सीजीएसटी चंडीगढ़ की टीम द्वारा कुछ रिकार्ड कब्जे में लिया गया है। हमारे द्वारा किसी भी तरह से जीएसटी या अन्य टैक्स आदि की चोरी बिल्कुल नहीं की गई है। यह रूटीन कार्रवाई थी, जो अकसर होती रहती है।