हिमाचल दस्तक। भरमौर
मणिमहेश यात्रा में राधा अष्टमी का शाही स्नान मंगलवार दोपहर बाद संपन्न हो गया। इस दौरान सीमित संख्या में लोगों ने डल झील में आस्था की डुबकी लगाई।
हालांकि इस वर्ष सांकेतिक रूप से ही यात्रा का आयोजन होने के चलते भद्रवाहियों, शिव चेलों और स्थानीय लोगों ने डल झील पहुंच कर राधा अष्टमी पर्व की सदियों से चली आ रही परंपराओं को निभाया।
लिहाजा परंपराओं का निर्वहन करने के साथ ही इन सभी ने घर वापसी की राह पकड़ ली है। बता दें कि सोमवार दोपहर बाद तीन बजकर एक मिनट पर डल झील पर शाही स्नान आरंभ हुआ था। इससे पहले संचूई के शिव चेलों ने सदियों से चली आ रही डल तोड़ने की परंपरा को निभाया था।