दिनेश कुमार। करसोग
महाशिवरात्रि पर्व पर शिवा महिला मंडल देहरी की बैठक वीरवार में भंडारनु में आयोजित हुई। इस बैठक में करसोग सिविल अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को लेकर चर्चा हुई।
महिलाओं ने कहा कि सरकार महिला सशक्तिकरण की बात तो करती है, वहीं महिलाओं की सुविधाओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसका बड़ा उदाहरण सिविल अस्पताल में अभी तक विशेषज्ञों डॉक्टरों की तैनाती न किया जाना है।
करसोग में करोड़ों की लागत से बहुमंजिला इमारत तो खड़ी कर दी है, लेकिन अभी तक अस्पताल में गायनी, ऑर्थो सहित बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती नहीं की गई है।
खासकर सिविल अस्पताल में गायनी के डॉक्टर की नियुक्ति न होने से महिलाओं को इमरजेंसी में या फिर डिलीवरी के लिए महिलाओं को शिमला या मंडी रेफर किया जाता है। इससे महिलाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं गरीब महिलाओं का कीमती समय और पैसा भी शिमला और मंडी पहुंचने में बर्बाद होता है।
करसोग सिविल अस्पताल के तहत करीब सवा लाख की आबादी आती है। यहां करसोग की सीमाओं के साथ लगते मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्रों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में महिलाओं ने जनता की सुविधा को देखते हुए जल्द से जल्द सिविल अस्पताल में गायनी सहित अन्य विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की मांग की है, ताकि उपमंडल की दुर्गम क्षेत्रों की जनता को सुविधा मिल सके।
साफ-सफाई के साथ महाशिवरात्रि पर्व भी मनाया
शिवा महिला मंडल देहरी की महिलाओं ने महाशिवरात्रि पर्व भी धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर महिलाओं ने भजन-कीर्तन कर शिव महिमा का गुणगान किया। इसके अतिरिक्त महिलाओं ने देहरी सहित आसपास के क्षेत्रों में साफ सफाई की।
महिलाओं ने आसपास बिखरे कूड़े-कचरे के लिए भी गड्ढा खोदकर ठिकाने लगाया। महिलाओं ने लोगों से भी अपने घरों के आसपास सफाई व्यवस्था बनाए रखने की भी अपील की, ताकि गर्मियों के मौसम में क्षेत्र में बीमारी फैलने का अंदेशा न रहे।
शिवा महिला मंडल देहरी की प्रधान बनिता गौतम ने बताया कि महिला मंडल की एक बैठक हुई। इसमें करसोग सिविल अस्पताल में विशेषज्ञों डॉक्टरों की कमी पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में गायनी विशेषज्ञ न होने से महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।