हिमाचल दस्तक ब्यूरो। कुल्लू
अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में देवी-देवताओं के साथ आने वाले सभी देवलुओं, पुजारियों व कारकूनों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी होंगी। जिस व्यक्ति को एक डोज प्राप्त हुई है और 84 दिन की अवधि पूरी नहीं हुई है, वह व्यक्ति देवता के साथ ढालपुर मैदान नहीं आ सकेगा। यह बात कुल्लू के डीसी आशुतोष गर्ग ने टास्क फोर्स की बैठक के दौरान कही।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि उत्सव में बड़ी संख्या में लोग और श्रद्धालु आएंगे और इसके दृष्टिगत महामारी के प्रसार को रोकने के लिए एहतियाती उपाय करना और सख्त कदम उठाना अनिवार्य है।
आशुतोष गर्ग ने बताया कि जिला में 340237 लोगों को कोरोना की पहली डोज उपलब्ध करवाई गई है और दूसरी डोज 173034 लोगों ने ही प्राप्त की है। इस तरह अभी तक केवल 50% लोगों को दूसरी डोज लगी है।
उन्होंने चिंता जाहिर की कि जिला में लगभग 36000 लोग ऐसे हैं जिन्हें पहली डोज प्राप्त किए 84 दिन की अवधि पूरी हो गई है, लेकिन दूसरी वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि ढालपुर मैदान में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दशहरा के दौरान 3 विशेष काउंटर स्थापित किए जाएंगे जिनमें लोगों का वैक्सीनेशन करने की सुविधा प्रदान की जाएगी। ढालपुर मैदान में स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी प्रदेशों से आने वाले सैलानियों व प्रवासी लोगों को भी वैक्सीन प्रदान की जाएगी।
जिलाधीश ने समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिए कि जिला के समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगी और जिन लोगों को पहली वैक्सीन प्राप्त किए 84 दिन की अवधि पूरी हो गई है, उनकी सूची तैयार करके स्वास्थ्य विभाग को अथवा उनके कार्यालय में सौंपेंगी।
उन्होंने कहा कि एक आंगनबाड़ी के अंतर्गत केवल 300 लोग हैं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अपेक्षा की कि अगले 3-4 दिनों के भीतर सभी घरों में वैक्सीनेशन के स्टेटस का पता करके इसकी सूची तैयार कर लें और लोगों को दूसरी डोज प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें और आग्रह करें।
उन्होंने कहा कि गांव के क्लस्टर बनाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोबाइल वैन के माध्यम से भी लोगों को घर-द्वार के समीप वैक्सीन की दूसरी डोज उपलब्ध करवाई जा सकती है।