हिमाचल दस्तक। पधर
डायनापार्क-मंडी सड़क पर चल रहे टारिंग के कार्य के दौरान कचौटधार गांव में सड़क को लेबल करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने किसान केे खेत को ही खोद डाला। प्रभावित परिवार मुंबई में रहता है। घर पर मौजूद परिवार की बहू ने एतराज किया तो लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी उसे डांटने लग गए।
घर पर मौजूद कमलेश कुमारी पत्नी तेजपाल भादर सिंह ठाकुर ने बताया कि यह मार्ग लोक निर्माण विभाग उपमंडल पधर के अधीन आता है। उनके घर के समीप विभाग ने पूरे खेत को पहले ही काट डाला। वर्तमान में टायरिंग के कार्य को निपटाने के लिए विभाग ने घर के समीप सड़क को लेबल करते हुए मशीन से उनके खेत को खोद डाला और मिट्टी सड़क पर बिछा दी।
घर के समीप 2 बड़े गड्ढे खोद डाले जो पानी से भरे हुए हैं। कमलेश कुमारी ने बताया कि उनके घर के समीप विभाग ने पानी निकासी के लिए पाइप बिछाई थी जिसे बंद कर दिया है। विभागीय लापरवाही के चलते घर से थोड़ी दूरी पर बना कलर्वट लंबे समय से चोक पड़ा है।
नीलम ठाकुर और तेजपाल भादर सिंह ठाकुर ने बताया कि वह परिवार के सभी सदस्यों के साथ अपने कामकाज को लेकर मुंबई में रहते हैं। जिस खेत को विभाग ने खोद डाला, वह हाल ही में उन्होंने खरीदा है। विभाग ने उनकी मिलकियत भूमि पर बिना अनुमति से सड़क का निर्माण किया है। सड़क पुराने सरकारी रास्ते से होकर गुजरी है, जिस पर औरों ने कब्जा कर रखा है।
तेजपाल भादर सिंह ठाकुर ने कहा कि विभाग लाखों रुपये खर्च कर सड़क पर टारिंग बिछा रहा है, लेकिन सड़क के किनारे विभाग ने पक्की नाली का निर्माण नहीं किया है। लिहाजा दिसंबर माह में बर्फबारी होने से सड़क पर बिछाई टारिंग उखड़ जाएगी।
उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में उनके घर के समीप सड़क तालाब में तबदील हो जाती है। लोक निर्माण विभाग से मांग की है कि पानी निकासी के दोनों पुरानी पुलियों को खोला जाए, ताकि विभाग के साथ-साथ किसानों का कोई नुकसान न हो।
उधर लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता पधर जितेश कुमार ने कहा कि विभाग जानबूझ कर किसी के नुकसान की मंशा नहीं रखता। कचौटधार में टारिंग करने के लिए सड़क को लेबल करती बार अगर नुकसान हुआ है तो विभाग उसकी शीघ्र भरपाई कर देगा। सड़क के पानी की निकासी हो, इसके लिए वह स्वयं स्पॉट विजिट करेंगे।