हिमाचल दस्तक। बिलासपुर
बिलासपुर में बुधवार को श्रीनयना देवी 7 से 15 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले अश्विन नवरात्र मेलों में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ को लेकर किए जाने वाले आवश्यक प्रबंधों को लेकर उपायुक्त एवं आयुक्त मंदिर न्यास श्रीनयना देवी जी पंकज राय की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में संबंधित विभागों के सभी अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में एसडीएम स्वारघाट मेला अधिकारी तथा डीएसपी श्रीनयना देवी को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उपायुक्त ने कहा कि 7 से 15 अक्तूबर तक श्रीनयना देवी जी में आयोजित किए जाने वाले अश्विन नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं को माता के दर्शन के लिए रेपिड एटिजन टैस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट अथवा आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट लाना या दोनों कोविड रोधी वैक्सिन लगी होनी अनिवार्य किया गया है।
उन्होंने कहा कि आश्विन नवरात्रि के दौरान श्री नयना देवी जी क्षेत्र को नौ सैक्टरों में विभाजित किया जाएगा जिसमें 5 सैक्टर मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे। उन्होंने डीएसपी श्रीनयना को आश्विन नवरात्र के दौरान कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए पूरा मेला क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बलए होमगार्ड की सेवाएं लेने के निर्देश दिए।
मेले में नारियल और हलवा चढ़ाने व बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध
इस दौरान यातायात को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त स्टाफ नियुक्त किया जाएगा और श्रद्धालुओं की बसों को टोबा तक आने की ही अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नवरात्र के दौरान बिना मास्क के श्रद्धालुओं को माता के दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद को निर्देश दिए गए कि मेले के दौरान नगर परिषद तथा निजी पार्किंगों में रेट लिस्ट लगाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि इस दौरान प्लास्टिक प्रयोग पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने मंदिर अधिकारी को निर्देश दिए कि वे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थानों पर साइनेज लगाएं जाएं। उन्होंने कहा कि इस दौरान शादी और मुंडन संस्कार की अनुमति नहीं होगी।
मंदिर के अंदर केवल सूखा प्रसाद ही चढ़ाया जाएगा तथा नारियल और हलवा चढ़ाने व बेचने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इस अवसर पर सहायक पुलिस अधीक्षक, एसडीएम स्वारघाट योगराज धीमान, एसडीएम सदर सुभाष गौतम, मंदिर अधिकारी श्रीनयना देवी जी विजय कुमार, एसडीओ मंदिर न्यास प्रेम कुमार, ईओ प्रतिभा चैहान, डीएफएससी विजेंद्र पठानिया के अतिरिक्त गैर सरकारी सदस्य तथा संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।