नरेंद्र शर्मा। मंडी
जिला मंडी में नगर निगम के चुनावों के लिए बिसात बिछना शुरू हो गई है। सीएम जयराम ठाकुर ने नगर निगम के चुनाव से पहले ही भाजपा संगठन की ओर से नगर निगम का चुनाव सिंबल पर करवाने का जो मुद्दा उछाला है, उससे सदर मंडी से भाजपा के विधायक अनिल शर्मा मुश्किल में पड़ गए हैं।
सीएम जयराम ठाकुर ने ऐसी ऐसी गुगली फेंकी है कि भाजपा विधायक अनिल शर्मा चाहकर भी नगर निगम के चुनाव में फ्रंटलाइन की राजनीति नहीं कर पाएंगे। उन्हें केवल पर्दे के पीछे ही राजनीति इस चुनाव में करनी पड़ेगी। अनिल शर्मा आखिर क्या करें और क्या न करें, वह इस अब असमंजस में पड़ गए हैं। लोस चुनावों से पहले अनिल शर्मा प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री थे।
बेटे आश्रय शर्मा द्वारा कांग्रेस के टिकट पर लोस का चुनाव लडऩा उनको भारी पड़ गया। भाजपा ने उन्हें साइडलाइन कर दिया। तब से लेकर वह पार्टी से पूरी तरह से दूरी बनाए हुए हैं। साथ ही उन्हें मंत्री पद भी खोना पड़ा। भाजपा जिला परिषद की तरह नगर निगम मंडी पर भी अपना कब्जा चाह रही है। लिहाजा अनिल शर्मा पर्दे के पीछे रहें इसलिए पार्टी सिंबल पर चुनाव की बात की जा रही है।
मंडी शहर सदर विस क्षेत्र में ही आता है। अनिल शर्मा भाजपा के विधायक हैं। यदि पार्टी सिंबल पर चुनाव नहीं होते तो वह अपने उम्मीदवारों के लिए खुलकर काम करते तब उन पर पार्टी विरोधी का टैग नहीं लग पाता। फिलहाल तो उनकी स्थिति दुविधापूर्ण हो गई है।
खास रणनीति के कारण महेंद्र को दी जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक सीएम ने सोची-समझी रणनीति के कारण मंत्री महेंद्र सिंह को चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें इस चुनाव के निगम चुनाव प्रभारी बनाया गया है। इस चुनाव को जीतने के लिए महेंद्र सिंह भी एक प्रमुख रणनीतिकार साबित होंगे। सीएम ने उन्हें खास वजह से ही आगे किया है। उनके कंधों पर इस रणनीति को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी दी गई है।
एक तीर से दो निशाने
यदि भाजपा सिंबल पर चुनाव करवाती है तो एक तीर से दो निशाने साधेगी। एक तो भाजपा विधायक अनिल शर्मा को फ्रंटलाइन पर आने से रोकेगी और जिसका दूसरा इससे कांग्रेस को भी नुकसान होगा। हालांकि कांग्रेस नगर निगम के चुनाव को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है। लिहाजा मंडी में एक बार फिर अनिल शर्मा बनाम महेंद्र सिंह चुनावी जंग होती दिखाई दे रही है। पिछले जितने भी चुनाव हुए हैं उनमें मंत्री महेंद्र सिंह विरोधियों पर भारी पड़े हैं।
कांग्रेस से कौन निभाएगा कमांडर की भूमिका
इस बार भाजपा को फिर नगर निगम के चुनाव में क्या कामयाब बनाएंगे। अभी कांग्रेस की ओर से स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नगर निगम के चुनाव का प्रभारी कौन होगा। इसमें कमांडर की भूमिका किसकी रहेगी। क्या आश्रय शर्मा फ्रंटलाइन पर काम करेेंगे या फिर पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी ही फ्रंटलाइन पर भूमिका निभाएंगे।