कर्मचारी मंच : फतेहपुर। शिक्षा खंड फतेहपुर के अध्यापकों ने शुक्रवार को पीटीएफ प्रधान बलबीर संधु की अगुवाई में प्रारंभिक खंड शिक्षा अधिकारी फतेहपुर प्रवीन शारदा के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेज पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने की मांग की।
इस मौके पर जहां पीटीएफ प्रधान सहित गैर शिक्षक कर्मचारी महासंघ ब्लॉक फतेहपुर प्रधान संजय गुलेरी सहित अन्य ने पहले तो केंद्र सरकार से यही उम्मीद जताई है कि सरकार कर्मचारियों की समस्याओं को ध्यान में रखती हुई पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करेगी, लेकिन फिर भी अगर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं की जाती है तो मजबूरन कर्मचारियों को सड़कों पर उतरना पड़ सकता है। इस मौके पर सीएचटी फतेहपुर बलबान चनोत्रा बीआरसी नरेंद्र धीमान, करनैल सिंह, नरेंद्र कुमार, ज्ञान सिंह व अन्य उपस्थित रहे।
जोगिंद्रनगर में निकाली रैली
जोगिंद्रनगर। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जोगिंद्रनगर के प्राथमिक शिक्षक संघ द्रंग प्रथम के तहत आने वाले सैकड़ों शिक्षकों ने गांधी वाटिका से जोगिंद्रनगर उपमंडल नागरिक कार्यालय तक रोष रैली निकाली तथा एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग की। ज्ञापन में लिखा गया है कि नई पेंशन योजना कर्मचारियों के भविष्य के लिए बहुत दुखदायी साबित हो रही है क्योंकि सेवानिवृत्ति के पश्चात कर्मचारियों का भरण पोषण मुश्किल हो रहा है।
धर्मशाला। पुरानी पेंशन की बहाली और न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में शुक्रवार को प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लॉक धर्मशाला और न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ ब्लाक धर्मशाला ने संयुक्त रूप से खंड शिखा अधिकारी धर्मशाला, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी, राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। प्राथमिक शिक्षक संघ धर्मशाला के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से प्राथमिक सहायक अध्यापकों को 31 मार्च 2020 से पहले नियमित कर समान वेतनमान सुनिश्चित करने व प्राथमिक स्तर पर प्रत्येक कक्षा में शिक्षकों की नियुक्ति की भी मांग की गई है। इस अवसर पर न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के जिला महासचिव सुमित सूद, पीटीएफ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भानु, मुख्य संरक्षक रविंद्र, रवि शंकर, अजय ठाकुर, विनय शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, मदन लाल व अन्य उपस्थित रहे।
अनदेखी पर धर्मशाला में धरना देंगे कर्मचारी
हिमाचल दस्तक। मंडी: प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष एनआर ठाकुर ने कहा कि महासंघ हमेशा सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में कर्मचारी समस्याओं को सुलझाना चाहता है। उनका कहना है कि संघर्ष या आंदोलन किसी भी समस्या का स्थायी हल नहीं है लेकिन पिछलें 2 वर्षों से भाजपा सरकार कर्मचारी मुद्दों की अनदेखी कर रही है।
कोई भी संयुक्त सलाहाकार समिति की बैठक अब तक नहीं बुलाई गई है। 56 सूत्री मांग पत्र भी महासंघ ने सरकार को सौंपा है, उस पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पिछले 2 वर्षों से महासंघ के पदाधिकारी विभिन्न स्तर पर उचित प्लेटफ ार्म के माध्यम से जेसीसी की बैठक बुलाने का आग्रह कर चुके हैं, लेकिन महासंघ के सभी प्रयास सरकार द्वारा नजर अंदाज कर दिए गए। ठाकुर ने कहा कि कुछ पूर्व में रहे कर्मचारी नेता जो अब सरकार में बैठे हैं महासंघ को बेमतलब के विवाद में घसीट रहे हैं और सीएम को भी भ्रंमित करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ महासंघ जल्दी ही मोर्चा खोलेगा।
ठाकुर ने कहा कि सरकार का मानना है कि कर्मचारियोंं के विभिन्न गुट बनने की वजह से जेसीसी बुलाने में दिक्कत आ रही है। प्रजातंत्र में बहुमत जिसके साथ हो उसे प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस महासंघ के पदाधिकारी संवैधानिक तौर पर चुने गए हैं और कर्मचारियों का बहुमत भी उनके साथ है इसलिए सरकार जेसीसी की बैठक तुरंत बुलाए, ताकि ज्यादा देर तक कर्मचारियों को समस्याओं को ठंडे बस्ते में न डाला जा सके।
बैठक न बुलाने की सूरत में महासंघ मजबूर होकर 12 दिसंबर को धर्मशाला में विस परिसर में धरना देगा। एक दिवसीय इस धरने में महासंघ के खंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक सभी चुने हुए कर्मचारी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। यह फैसला हमीरपुर में आयोजित महासंघ के स्थापना दिवस पर लिया गया है।