दिल्ली दरबार मे पीसीसी चीफ ने बजाया ‘ढोल’, खोली विरोधियों की पोल, हुआ बवाल, पीसीसी चीफ बदलने का नहीं कोई सवाल
उदयबीर पठानिया : कलह कांग्रेस की : शुक्रवार को दिल्ली दरबार में दो एपिसोड हुए। पहला यह कि कुलदीप सिंह राठौर को हाईकमान ने ठौर का बंदोबस्त कर दिया। दूसरे में एपिसोड वो चेहरे भी फिर पर्दे के पीछे चले गए जो हिमाचल कांग्रेस की पॉलिटकल फि़ल्म के लीड रोल से राठौर को हटा कर उनकी भूमिका खुद निभाने की सोच रहे थे।
दरअसल, शुक्रवार को राठौर ने वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की। इससे पहले राठौर विरोधी लॉबी ने यह शोर मचाया हुआ था कि दिल्ली दरबार मे कोई भी राठौर से दिल नहीं लगा रहा है। मगर जब राठौर की वेणुगोपाल से बात हुई तो उनके विरोधी गुट के दिल टूटने वाली खबरें ही सामने आईं। कांग्रेस में उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक राठौर ने भीतर सियासी ढोल खुद पीटा और पोल उनकी खोल दी जो पीसीसी की कुर्सी को लेकर दिल्ली दरबार मे उनकी मुखालफत कर रहे थे।
राठौर ने उन नेताओं की रिकॉर्डिंग और रिकॉर्ड का जिक्र किया,जो उनके खिलाफ दिल्ली और हिमाचल में अलख जगाए हुए हैं। हाईकमान के सामने यह तथ्य रख दिए कि जो खुद को कांग्रेस के सर्वे-सर्वा होने के काबिल बता रहे हैं, उनकी स्वीकार्यता का पैमाना क्या है। खबर यहां तक है कि एक नेता जी की पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान वायरल हुई रिकार्डिंग तो दूसरे नेता जी की बीते अढ़ाई दशकों की हार-जीत का कच्चा चिठा सामने रख दिया। साथ ही यह भी बता दिया कि जिन पुराने नेता जी की बनाई उधारू टीम को लेकर वह सबका साथ चाह रहे थे, उस टीम की चाह और राह दोनों पार्टी लाइन की जगह एक पुराने प्रदेश प्रधान जी के साथ थीं।
युवा, अधेड़ दौड़ेंगे, वृद्ध वयोवृद्ध बख्शें…
सूत्र यह भी खुलासा कर रहे हैं कि कांग्रेस हाईकमान हिमाचल में ऐसे युवाओं और अधेड़ों से पूरा काम लेगा, जो दमक भी रखते हों और दमखम भी। अगले विधानसभा चुनावों तक इनको मौजूदा पीसीसी और सीएलपी की लीडरशिप में खुद को साबित करना होगा। यह भी तय है कि 2022 में बहुत सारे वृद्ध-वयोवृद्ध जबरन रिटायर कर दिए जाएंगे।
सीएलपी वाले भी सहमे…
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया के जलवे देख कर वो गुट भी सन्न हो गया है जो नेता विपक्ष बनने के सपने देख रहा था। दिल्ली दरबार की खबरों के मुताबिक उनको भी यह मैसेज कनवे हो गया है कि राठौर खुद को साबित कर लेंगे और मौजूदा सीएलपी बेस्ट परफॉर्मर हैं। ऐसे में चुप बैठे रहें।