किन्नौर: अरुण नेगी।
किन्नौर जिला के करच्छम वांगतू बांध स्थल में बुधवार को भूकंप की बनावटी आपदा को लेकर एक पूर्वाभ्यास यानी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें भटिंडा स्थित एनडीआरएफ बटालियन के जवानों, सेना, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, होमगार्ड, पुलिस, अग्निशमन, डीडीएमए के जवानों ने भाग लिया। सहायक आयुक्त किन्नौर मुनीष कुमार ने कहा कि किन्नौर जिला के लिए इस प्रकार का पूर्वाभ्यास बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि जिले में वर्तमान में लगभग छोटी-बड़ी 20 जल विद्युत परियोजनाएं क्रियाशील हंै तथा लगभग 4000 मेगावाट की बिजली का उत्पादन यहां हो रहा है और कई परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने कहा कि पूर्वाभ्यास से हम भविष्य में होने वाली आपदाओं से सही प्रकार से निपटने में सक्षम हो सकते हैं। इस तरह के पूर्वाभ्यास से विभिन्न एजेंसियों में आपसी समन्वय भी स्थापित होता है तथा सभी को बहुत कुछ सीखने का भी सुअवसर प्राप्त होता है। ऐसे पूर्वाभ्यास आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने एनडीआरएफ व अन्य एजेंसियों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस पूर्वाभ्यास को सफल बनाने में सहयोग दिया।
पूर्वाभ्यास का मुख्य उद्देश्य भूकंप आपदा के समय किस तरह से निपटा जाए ताकि जान-माल का कम से कम नुकसान हो। इस बारे आपदा में लगे विभिन्न विभागों, संस्थानों में आपसी सांमजस्य व समन्वय से कार्य करने बारे जागरूक करना था। 11:35 बजे आरंभ हुए पूर्वाभ्यास में स्थानीय प्रशासन को सूचना मिलती है कि जिले में भूकंप आया है जिसका असर करच्छम स्थित बांध पर पड़ा है। भूकंप के कारण एक भवन क्षतिग्रस्त हुआ है जिसमें 4 लोग अंदर फस गए हैं और भूकंप के कारण आग भी लगी है और साथ ही बांध को भी नुकसान हुआ है जिससे बाढ़ वाली स्थिति बन गई है।