घरों की छत्त पर चढऩा खतरे से नहीं खाली , छुट्टी पर आए फौजी पर किया हमला
सुलिंद्र सिंह। संतोषगढ़ : नगर परिषद संतोषगढ़ में बंदरों ने काफी दिनों से आतंक मचा रखा है। बंदरों से स्थानीय लोगा काफी परेशान है। हालत यह है कि सुबह से बंदर घरों की छत्तों पर आ जाते है और छत्त पर रखा सामान भी उठा के ले जाते है। इतना ही नहीं बंदर बच्चों के पीछे भी भागते है। कई बार तो बंदर लोगों द्वारा अपने मकान की छत्तों पर डाले हुए कपड़े भी उठा के ले जाते है। ऐसे में लोग भी आप व अपने बच्चों को मकानों की छत्तों पर नहीं जाते देते।
कुछ दिन पहले वार्ड नंबर 5 में एक फौजी सैनिक अपने घर छुटटी आया था, तो उसको चार पांच बंदरों ने नौच लिया। फौजी का शोर सुन पत्नी छत पर पुहंची, तो फौजी ने संग छत पर बने शौचालय में घुस कर जान बचाई, लेकिन बंदर इतने होशियार थे कि फौजी के बाहर निकलने का इंतजार करते रहे। कुछ देर बाद फौजी ने जब अपना मुंह शौचालय से बाहर निकाला तो एक बंदर ने पुन: हमला कर दिया। बंदर के हमले में फौजी जख्मी हो गया। घायल अवस्था में फौजी को संतोषगढ़ के हस्पताल में ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत के चलते क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर कर दिया गया। ये तो सिर्फ एक फौजी की घटना है।
न जाने रोज कितने ही लोग बंदरों के आंतक से परेशान होते हैं। बंदरों का इतना आंतक है कि लोग अपनी छत्तों पर कोई भी समान नहीं रख सकते। बंदरों की ऐसी हरक्कतों के स्थानीय निवासी बहुत परेशान है। बंदर बिजली की तारों के माध्यम से एक दूसरे के घरों पर पहुंच जाते है और काफी नुकसान कर रहे है। स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन व नगर परिषद संतोखगढ़ से मांग की है कि हमारी इस समस्या हल जल्द किया जाए।
क्या कहते है जेई
नगर परिषद संतोषगढ़ जेई मानिक गुप्ता ने बताया है कि हमें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। जैसे ही कोई कोई शिकायत नगर परिषद कार्यालाय में आती है, उस पर कार्रवाई जरूर की जाएगी।
–सुलिंद्र सिंह, संतोषगढ़।