- सितंबर माह के आखिरी सप्ताह में विदा होगा मानसून
-पड़ोसी राज्यों के कुछ स्थानों से तीन दिनों में विदाई
-आठ साल बाद इतनी जल्दी रूखस्त होने की सभावना
-मौसम विज्ञान केन्द्र ने लगाया पूर्वानुमान
-अगामी दिनों में कमजोर रहेगा मानसून
-अभी तक राज्य में लग चुकी है 2005.54 करोड़ की चपत
-मानसून में 353 लोग गवा चुकें है जानें
-टेकचंद वर्मा, शिमला
हिमाचल में कोहराम मचाने वाला मानसून सित बर माह के आखिरी सप्ताह के दौरान प्रदेश से रूखस्त हो जाएगा। मौसम विज्ञान केन्द्र के पूर्वानुमान के तहत प्रदेश से 25 सित बर के बाद मानसून कभी भी विदा हो सकता है। जो बीते 8 सालों में पहला अवसर होगा। जब हिमाचल से मानसून इतनी जल्दी विदा हो जाएगा। विज्ञान केन्द्र के पूर्वानुमान के तहत पडोंसी राज्य पंजाब व हरियाणा के कुछ स्थानों पर मानसून अगामी दो तीन दिनों के दौरान ही रूखस्त हो जाएगा। राज्य में अगामी एक सप्ताह के दौरान मानसून कमजोर रहने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है। इसके बाद प्रदेश से भी मानसून के विदाई की सभावना जताई जा रही है।
प्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून रविवार को कमजोर बना रहा। राज्य के अधिकतर क्षेत्रों में धूप खिली रही। मौसम विज्ञान केन्द्र के पूर्वानुमान के तहत राज्य में 24 सित बर तक मौसम खराब बना रहेगा। मगर उक्त अवधि के दौरान कुछ ही स्थानों पर बारिश होने की स ाावना जताई जा रही है। इसके बाद राज्य से मानसून के विदा होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश से बीते साल मानसून 10 अक्तूबर को विदा हुआ था। पिछले आठ सालों की बात करे तो राज्य में मानसून पहली बार जल्द विदा होगा। बीते 8 सालों में पांच बार मानसून अक्तूबर माह के दौरान विदा हुआ है। तीन बार सित बर माह के आखिरी दिनों में रूखस्त हुआ है। ऐसे में इस बार मानसून के बीते सालों के मुकाबले कुछ दिन जल्द विदा होने की सभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञान केन्द्र शिमला के निदेशक सुरेन्द्र पाल ने बताया कि राज्य से 25 सित बर के बाद मानसनू की विदाई हो जाएगी।
–आठ सितंबर को सबसे जल्द हुआ था मानसून
राज्य से 2010 के दौरान मानसून सबसे जल्द रूखस्त हुआ था। 2010 में प्रदेश से मानसून 8 सित बर को ही विदा हो गया था। जो सामान्य समय से भी पहले रूखस्त हुआ था। अधिकांश मानसून की विदाई 25 सित बर के बाद ही होती है।
प्रदेश को गहरे जख्म दे गया मानसून
हिमाचल प्रदेश को मानसून गहरे ज म दे गया है। राज्य में अभी तक बारिश से 2005.54 करोड़ का नुकसान हो चुका है। जबकि मानसून सीजन के दौरान पेश आए हादसों में 353 लोग अंकाल मोत का ग्रास बन चुकें है। जबकि अ ाी भी राज्य के विभिन्न स्थानों पर 9 लोग लापता चल रहे है। प्रदेश में बारिश से 35 पक्कें मकान व 141 कच्चें मकान पूरी तरह से क्षति ग्रस्त हुए है। इसके अलावा 105 पक्कें व 754 कच्चें मकानों को आंशिक नुकसान का आंकलन लगाया गया है।