रोहित शर्मा । शिमला
जिला शिमला के ऊपरी भागों में वीरवार रात को भारी बर्फबारी दर्ज की गई है नारकंडा, शिलारू और खड़ा पत्थर समेत कई स्थानों पर भारी बर्फबारी दर्ज की गई है, वहीं राजधानी शिमला समेत अन्य क्षेत्रों में जोरदार बारिश का दौर चलता रहा। अप्रैल महीने में हुई बर्फबारी से मौसम ने एक नया रिकॉर्ड बना लिया है। इससे पहले जहां 24 घंटों में शिमला में 42 सालों बाद दूसरी सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी तो वहीं अब अप्रैल महीने में बर्फबारी ने नया रिकॉर्ड बनाया है मौसम के इस नए रिकॉर्ड से किसानों को बागवानों की मुश्किलें बढ़ गई है।
बर्फबारी के कारण तापमान में काफी ज्यादा गिरावट आ गई है, जिसके कारण ठंड माहौल शुरु हो गया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी भी सेब के बगीचे में पोलिनेशन प्रक्रिया चल रही थी। लेकिन तापमान गिरने से यह प्रक्रिया प्रभावित हुई है। पोलिनेशन प्रक्रिया के लिए जरूरी तापमान पूरा नहीं हो पा रहा है। वहीं जिन क्षेत्रों में सेब की सेटिंग हो चुकी है उनके लिए भी यह मौसम खतरनाक बनता जा रहा है। वहीं निचले क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सब्जी फसलों को भी नुकसान हुआ है। कई किसानों की फसलें तेज़ बारिश के साथ बह गई है।