हिमाचल दस्तक। नाहन
जिला सिरमौर के भाजपा प्रतिनिधियों को लोगों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। ये केवल अपने-अपने विकास में लगे हैं। जिला सिरमौर से भाजपा सरकार में मंत्री भी है, विधायक भी हैं। इसके अलावा निगमों और बोर्डों के चेयरमैन भी हैं। बावजूद इसके सिरमौर जिले में सडक़, स्वास्थ्य और शिक्षा का बुरा हाल है।
यह आरोप शनिवार को कांग्रेस भवन नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष निगम भंडारी ने लगाए। भंडारी ने कहा कि सिरमौर की सडक़ों का बुरा हाल है। वहीं स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाए मुहैया करवाने में नाकाम साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि डा. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर अभी तक तैयार नहीं हुआ है। करोड़ों का बजट मेडिकल कॉलेज के लिए आया है। सरकार को बने हुए चार वर्ष बीत गए हैं मगर अभी तक यह तैयार नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री राहत कोष से जो वेंटीलेटर लाए गए थे, उनका उपयोग न होने से वे खराब हो चुके हैं। मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन नहीं हो रहे हैं। ऐसे में लोगों को निजी अस्पतालों में लुटने को मजबूर होना पड़ रहा है।
अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए तारीखें लगानी पड़ती है। इसी तरह शिक्षा को लेकर भी प्रदेश सरकार गंभीर नहीं है। स्कूलों, कॉलेजों व अन्य संस्थानों में हजारों पद रिक्त पड़े हैं।
भंडारी ने कहा कि युवा कांग्रेस ने पहले भी लोगों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन और संघर्ष किया है। फिर से सरकार से आग्रह करती है कि वह लोगों को सडक़, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाएं। यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो युवा कांग्रेस फिर से संघर्ष करेगी।