ऊना :
टोक्यो पैरालंपिक खेलों में हिमाचल के खाते में पहला मेडल पुरुषों की हाई जंप टी-47 कैटेगिरी में निषाद कुमार ने प्राप्त किया है। निषाद ने राष्ट्रीय खेल दिवस पर हाइ जंप में बेहतर प्रदर्शन करते हुए देश के लिए सिल्वर मेडल प्राप्त किया है। निषाद ने जिला ऊना के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश सहित इंडिया का नाम रोशन किया है। टोक्यो पैरालिंपिक गेम्स में ये भारत का दूसरा मेडल है। इससे पहले भारत की ही भाविना बेन पटेल ने टेबल टेनिस क्लास 4 स्पर्धा के महिला एकल का सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।
निषाद कुमार ने टी47 कैटेगिरी में 2.09 मीटर जंप के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। निषाद ने इसी साल दुबई में हुई फाजा विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रां प्री में हाई जंप टी-47 कैटेगिरी में गोल्ड मेडल जीता था। बता दें कि टोक्यो पैरालिंपिक में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाले निषाद कुमार हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के उपमंडल अंब के छोटे से गांव बदाऊं के रहने वाले है।
22 वर्षीय निषाद कुमार ने एशियन चैंपनियशिप में भी रिकॉर्ड बनाया हैं। उन्होंने पैरालिंपिक खेलों की शुरुआत से पहले बेंगलुरु के कोचिंग कैंप में महीनों तक कड़ी मेहनत की थी। इस अहम मुकाबले से पहले उनके गांव में उनके लिए लगातार दुआएं मांगी जा रही थीं। इस मेडल के साथ ही गांव में खुशियों का माहौल है।
गौरतलब है कि निषाद कुमार के पिता रशपाल राज मिस्त्री का काम करते हैं, जबकि माता पुष्पा देवी गृहिणी है। जबकि एक बड़ी बहन रमा देवी है, जिन्होंने बी कॉम की शिक्षा प्राप्त की है। निषाद कुमार को बचपन से ही खेलों में रूचि थी। निषाद जब पांचवीं कक्षा में थे, तब से ही हाई जंप को लेकर पे्रक्ट्सि शुरू कर दी थी, जिसके परिणाम आज ओलंपिक में सिल्वर में मेडल प्राप्त किया है। अगर निषाद की शिक्षा की बात की जाए, तो सरस्वती विद्या मंदिर कटोहड़ खुर्द में दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की। वहीं सरकारी स्कूल में जमा दो की पढ़ाई की।