रविंद्र चंदेल। हमीरपुर
देश के बड़े शिक्षण संस्थानों में शुमार एनआईटी हमीरपुर में एक बार फिर गड़बड़झाला सामने आया है। एनआईटी से जुड़े भरोसेमंद सूत्र बताते हैं कि तमाम कायदे-कानूनों को ताक पर रखकर संस्थान ने पिछले तीन महीनों से विदेश जा चुकी छात्रा की स्कॉलरशिप जारी रखी है। यह छात्रा एनआईटी से पीएचडी कर रही है।
इस मामले में एनआईटी के अपने नियम बताते हैं कि किसी भी विदेश में बैठे हुए छात्र को संस्थान की अनुमति के बिना स्कॉलरशिप जारी नहीं रखी जा सकती है। बताया जा रहा है कि यह छात्रा एनआईटी में बैठे बड़े हाकिमों की करीबी रिश्तेदार है और इन्हीं रिश्तेदारियों को निभाने के लिए संस्थान ने तमाम नियमों को ताक पर रखकर विदेश में बैठी छात्रा को स्कॉलरशिप के नाम पर खैरात जारी रखी है।
इस मामले में हेड ऑफ द डिपार्टमेंट टीपी शर्मा का कहना है कि उन्हें भी इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। जिस देश में छात्रा बैठी है वहीं भारत में दिन के समय रात होती है। अब सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या एनआईटी प्रशासन इस छात्रा को रात को ऑनलाइन पढ़ा रहा है। गौर रहे कि अवैध भर्तियों को लेकर पहले ही एनआईटी हमीरपुर लगातार सुर्खियों में रहा है।
इसके चलते एनआईटी के पूर्व डायरेक्टर विनोद कुमार यादवा को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने टर्मिनेट किया था। इस मामले में चली कार्रवाई में अब एक असिस्टेंट रजिस्ट्रार को सस्पेंड किया गया है, जबकि 12 के करीब एचओडी जो भर्ती मामले में स्कू्रटनिंग कमेटी के सदस्य थे को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। समझा जा रहा है कि नियमों को ताक पर रखकर भर्ती करने वाली इस जुंडली पर भी अब गाज गिर सकती है।
छात्रा मेरे अंडर ही पीएचडी कर रही है, लेकिन छात्रा कोविड-19 के कारण ऑनलाइन ही इंट्रेक्ट करती है। मुझे जानकारी नहीं है कि यह छात्रा वर्तमान में कहां है।
-सिद्धार्थ चौहान, गाइड पीएचडी एनआईटी हमीरपुरमुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि छात्रा वर्तमान में कहा हैं। लेकिन अगर ऐसा है तो इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि नियमों के मुताबिक ऐसा होना संभव नहीं है।
-एमएस ठाकुर, डीन स्टूडेंट वेलफेयर एनआईटी