हिमाचल दस्तक। आनी
उपमंडल आनी की डिंगिधार पंचायत के स्नेथा गांव में एक महिला दासी ढांक से गिरकर घायल हो गई। सड़क की सुविधा न होने से अस्पताल तक पहुंचाने के लिए स्नेथा गांववासियों को घायल महिला को कुर्सी पर बैठा कर कंधे पर उठाकर करीब डेढ़ से दो किलोमीटर का पैदल सफर करने पर मजबूर होना पड़ा।
स्नेथा गांव के अनिल आर्य ने बताया कि महिला पशुओं के चारे के लिए घास काटने के बाद वापस लौट रही थी कि पांव फिसलकर गिर गई और चोटें आईं, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए दलाश स्थित सीएचसी पहुंचाना पड़ा, लेकिन आजादी के साढ़े सात दशकों बाद भी डिंगिधार पंचायत का 35 परिवारों और करीब 150 आबादी वाला स्नेथा गांव सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है। इसके चलते स्नेथा गांव तक सड़क जैसी जीवन रेखा न होने के कारण आज भी मरीज को सड़क तक पहुंचाने में मशक्कत करनी पड़ती है।
स्नेथा गांववासी अनिल आर्य, गंगी देवी, सूरत राम, निशा, गंगा राम, प्रकाश, संतोष, रोशन लाल आदि का कहना है कि हालांकि इस मांग को पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से भी कई बार सरकार के समक्ष रखने का प्रयास हुआ, लेकिन बात न बनी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उन्हें जल्द ही सड़क जैसी मूलभूत सुविधा से जोड़ा जाए, ताकि गांव तक एंबुलेंस पहुंच सके।
वहीं इस बारे में जिला परिषद कुल्लू के नवनिर्वाचित चेयरमैन पंकज परमार ने बताया कि उन्होंने स्नेथा गांव तक सड़क का प्रावधान करने के लिए 4 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी है। जल्द ही स्नेथा गांव को सड़क मार्ग से जोड़ दिया जाएगा।