हिमाचल दस्तक। हमीरपुर
काेराेनाकाल में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रमोट हुए जमा दाे के विद्यार्थियों का उज्ज्वल भविष्य कैसे साकार हो सकता है, इसका हल जन जनता समाधान टीवी पर विद्यार्थियों को मिलेगा।
जी हां, उत्तर भारत के प्रसिद्ध शिक्षाविद फिलांथ्रोपिस्ट डॉ. ओपी सिंह हर सोमवार शाम 6 बजे जन जनता समाधान टीवी फेसबुक पेज पर बच्चों से रू-ब-रू होंगे। इसके अलावा 10 जून से सरकारी स्कूलों के 50 बच्चों को निशुल्क ऑनलाइन फ्री नीट क्रैश कोर्स की सुविधा भी इन्हें के माध्यम से मिलेगी।
कोरोनाकाल में बच्चे व उनके अभिभावक भी चिंतित हैं कि ऑनलाइन पढ़ाई में कैसे सिलेक्शन होगी। वर्तमान में अधिकांश अभिभावक आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण चिंता में हैं कि अपने बच्चों को महंगी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कैसे करवाएं। इन सभी परेशानियाें का हल निकालने के लिए डॉ. ओपी सिंह आगे आए हैं।
डॉ. ओपी सिंह पिछले 26 वर्षों से चंडीगढ़ में कार्यरत हैं। वह अनिवासी हिमाचली होने के कारण प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने 600 से अधिक छात्रों को एमबीबीएस डॉक्टर बनने की उनकी महत्वाकांक्षा को साकार करने में मदद की है और 2000 से अधिक छात्रों ने सरकारी पैरामेडिकल संस्थानों में प्रवेश किया है।
इस काेराेना महामारी में ये खुशी की बात है कि हर वर्ष की तरह डॉ. ओपी सिंह इस साल भी प्रदेश के 50 बच्चे जो सरकारी स्कूलों में जमा दाे से प्रमाेट हाे चुके हैं, को ऑनलाइन फ्री नीट क्रैश कोर्स की कोचिंग देंगे।
इच्छुक विद्यार्थी व्हाट्सऐप नंबर 9815219741 पर भी संपर्क कर सकते है या फिर सोमवार को जन जनता समाधान टीवी फेसबुक पेज पर लाइव इंटरैक्ट कर सकते हैं, जिसमें विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर किसी भी प्रकार की दिक्कतों को सामने रख सकते हैं।
काबिलेगाैर है कि डॉ. ओपी सिंह न केवल वंचित बच्चों को मेडिकल प्रवेश परीक्षा में सफल होने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें प्रवेश परीक्षा कोचिंग के लिए विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी संगठनों की छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में भी जानकारी प्रदान करते हैं।
उनकी प्रतिभाशाली लंबे समय से अनुभवी टीम साइकोमेट्रिक विश्लेषण के माध्यम से छात्रों को अपना स्ट्रीम चुनने में मदद करती है और सभी योग्य लोगों को नौकरी उन्मुख कोचिंग प्रदान करती है। जन जनता समाधान टीवी पर सोमवार शाम 6 बजे विद्यार्थी उनके साथ जुड़ सकते हैं।