सचिन शर्मा। देहरा
द पौंग डैम फिशरीजमेन को-ऑपरेटिव सोसाइटी देहरा में मछली खरीद के ओपन ठेके की बोली में धांधली के आरोप लगे हैं। सोसाइटी के शेयर होल्डर मदन लाल डोगरा ने अपनी ही सोसाइटी में हो रही धांधली की शिकायत सीएम हेल्पलाइन 1100 पर की थी। इसकी जांच कोविड-19 की वजह से रुकी हुई थी। अनलॉक 2.0 के बाद अब एक बार फिर इस घपले की जांच शुरू की गई है। पालमपुर से डॉ. लवल कुमार फिशरीज डायरेक्टर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है। इससे पहले शिकायतकर्ता व ठेकेदार के बयान भी जांच अधिकारी ने कलमबद्ध किए। शिकायतकर्ता मदन लाल डोगरा ने कहा कि अवैध तरीके से हुई मछली खरीद ठेके की खुली बोली में धांधली हुई है, जिसे विभाग तुंरत निरस्त करके दोबारा बोली करवाए। उन्होंने कहा कि देहरा सोसाइटी में कम दाम मछुआरों को मिल रहे हैं जबकि पौंग डैम की अन्य सोसाइटी में अधिक दाम मछुआरों को मिल रहे हैं।
यह था मामला
मदन लाल डोगरा ने सीएम हेल्पलाइन पर यह शिकायत भी की थी कि द पौंग डैम फिशरीजमेन को-ऑपरेटिव सोसाइटी देहरा में कई वर्षों से धांधली हो रही है और पैसे का भी दुरुपयोग हो रहा है। डोगरा ने शिकायत के दौरान यह भी कहा कि यहां ठेकेदार व सोसाइटी की मिलीभगत से शिकारियों व सरकार को भी चूना लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पौंग डैम के तहत 15 फिशरीज को-ऑपरेटिव सोसाइटी में सबसे कम रेट देहरा में मछुआरों को मिल रहा है। शिकायतकर्ता मदन लाल डोगरा ने यह आरोप लगाए थे कि फिशरीज डिपार्टमेंट सनोट देहरा में हुई बोली में सरेआम धांधली हुई है। उन्होंने कहा कि मछली खरीद के लिए बिना शर्तों के ही यह शर्त लगा दी गई कि ठेकेदार के पास 10 कनाल जमीन भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों से कैसे एक ही व्यक्ति बोली ले रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मिलीभगत से सरकार के राजस्व में चूना लग रहा है।