अनूप शर्मा : बिलासपुर।
खेल हमें रोमांचए उत्साह और संवेदना के साथ जोड़ते हुए आत्मविश्वास की ओर ले जाता है और इससे सफलता और असफलता में धेर्य व संयम और साहस का बोध होता है और यही खेलों का महत्व है। यह बात उपायुक्त पंकज राय ने बाबा कल्याण कमल दास वुशु कल्ब चमलोग द्वारा 17वीं हिमाचल प्रदेश राज्य स्तरीय सब जूनियर और जूनियर बुशु प्रतियोगिता का शुभारम्भ करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि खेलों में अच्छे या उत्कृष्ठ प्रदर्शन हार और जीत के आंकडे से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने बताया कि बुशु खेल में कम अंतराल में ही खिलाड़ियों ने इस खेल में 4 अर्जुन पदक प्राप्त कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के जिला मण्डीए कुल्लूए बिलासपुरए कांगडाए ऊनाए शिमला तथा हमीरपुर के लगभग 250 खिलाड़ियों राज्य स्तरीय सब जूनियर और जूनियर बुशु प्रतियोगिता में भाग ले रहे है। इसमें सब जूनियर और जूनियर बालकए बालकियों की शांसू व तालू स्पार्धाएं आयोजित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि खेलों और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए अक्तूबर माह में चार स्पर्धाओं का आयोजन लूहणू मैदान में किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर की कायकिंग एंड कनोइंगए पैराग्लाइडिंगए कुश्ती प्रतियोगिता के आयोजन के साथ.साथ बिलासपुरी लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक उत्सव भी शामिल होंगे। जिला में अक्तूबर माह में राष्ट्रीय स्तर की महिला एवं पुरूष वाॅटर स्पोर्टस की स्पर्धा लुहणू मैदान में आयोजित की जा रही हैं।
इन स्पर्धाओं में देश के लगभग 1000 महिला एवं पुरूषों के नौका दौड़ में भाग लेने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि लुहणू मैदान सभी खेलों का केन्द्र बिन्दू है। इसके विकास व सौंदर्यकरण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा योजना बनाई जा रही है। । इस अवसर पर हिमाचल वुशु संघ के महासचिव पीण्एनण् आजाद ने कहा कि 21वीं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता से हिमाचल के 42 खिलाड़ियों व 4 आफिशियल का चयन लवली यूनिवर्सिटी जालंधर में होने वाली 20 से 25 अक्तूबर तक नेशनल वुशु प्रतियोगिता के लिए किया गया है।
उन्होंने बताया कि वुशु प्रतियोगिता में देशए प्रदेश स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों ने राज्य का नाम रोशन किया है। इस कार्यक्रम में डीएवी स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई।