अनूप शर्मा। बिलासपुर
बिलासपुर पुलिस के पीओ सेल ने अदालत द्वारा घोषित एक उद्घोषित अपराधी को राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने उद्घोषित अपराधी को थाना भराड़ी को सौंपकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार 6 मई, 2017 को 17 वर्षीय निशा देवी (17) पुत्री चमन लाल निवासी गांव कोट बलही ने अपने नाना कृष्ण चंद व नानी सोमादेवी के साथ भराड़ी थाने में आकर चाइल्ड हेल्पलाइन काउंसलर तारा देवी व सीमा चंदेल की मौजूदगी में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
निशा ने पुलिस में दर्ज बयान में बताया कि मार्च, 2017 को उसके पिता चमन लाल उसे चंडीगढ़ बुआ के घर छोड़ने के लिए ले गए, जहां पर खाना खाने के उपरांत उसके पिता ने शराब पीकर गंदी गालियां दी और साथ में छेड़खानी करने लगे। निशा ने तुरंत अपनी बुआ को फोन पर बुलाया व वह बुआ के साथ घर चली गई। उसने बताया कि इससे पहले भी पिता इस तरह की हरकते करता रहता था।
पुलिस ने निशा के बयान के आधार पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। बाद में आरोपी चमन लाल अदालत में जमानत पर रिहा हो गया। इसके बाद अदालत द्वारा आरोपी के खिलाफ नोटिस जारी किए गए, लेकिन वह एक बार भी अदालत में पेश नहीं हुआ, जिस कारण अदालत ने एक मई, 2019 को आरोपी चमन लाल को उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी को कई स्थानों पर तलाश किया, लेकिन वह बार-बार भेस बदलकर बच जाता था।
पुलिस पीओ सेल ने गत 4 फरवरी को गुप्त सूचना के आधार पर कुंडेश्वर महादेव मंदिर नजदीक गुड़ा कला बाजार जिला पाली राजस्थान से उसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी पिछले 3 वर्षों से अपना नाम बदल कर व वेशभूषा स्थान बदलकर साधु के भेस में रह रहा था। उधर, एसपी दिवाकर शर्मा ने मामले की पुष्टि की है।