मस्तराम डलैल: शिमला
यूक्रेन में फंसे छात्रों को पश्चिमी यूक्रेन से सटे देशों तक बाय रोड़ निकालने की तैयारी चल रही है। पश्चिमी यूक्रेन के साथ लगते चार प्रमुख देशों हंगरी, पॉलैंड, स्लोवाकिया व रोमानिया तक छात्रों को सड़क मार्ग से लाए जाने का प्रस्ताव है। इसके बाद इन देशों से फंसे बच्चों की वतन वापसी के लिए उड़ान के प्रबंध किए जाएंगे। पुख्ता सूचना के अनुसार पश्चिमी यूक्रेन से सटे इन चारों देशों पर रूसी हमले का किसी प्रकार का खतरा नहीं है। वहां फंसे छात्रों के मेडिकल कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों से इन देशों की दूरी भी 60 से 70 किलोमीटर है। ऐसे में विदेश मंत्रालय इस विकल्प पर काम कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव रामसुभग सिंह ने शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के सचिव के साथ राज्य के फंसे छात्रों व अन्य लोगों पर विस्तार से बात की। इसी दौरान मुख्य सचिव को बताया गया कि छात्रों को पश्चिमी यूक्रेन से सटे देशों तक सड़क मार्ग से लाए जाने पर विचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश के सैकड़ों छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। शुक्रवार को यह मामला सदन में भी प्रमुखता से गूंजा। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने राज्य सरकार से मांग की थी कि इन छात्रों की सुरक्षा तथा वित्तीय स्थिति एक बड़ा मुद्दा है।
मुकेश अग्निहोत्री का कहना था कि यूक्रेन से दिल्ली के लिए औसतन 30-35 हजार की औसतन हवाई टिकट अब दो लाख से भी महंगी हो गई है। ऐसे में हिमाचल सरकार को अपने खर्चे पर सभी छात्रों को लाने के प्रयास करने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ. एस.जयशंकर से रूस और यूक्रेन के मध्य संघर्ष के कारण वहां फंसे प्रदेश के लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए आवश्यक उपाय करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय विदेश मंत्री को लिखे पत्र में मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार यूक्रेन में हिमाचल के 130 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यूक्रेन में फंसे राज्य के लोगों की सुरक्षा के लिए चिंतित है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रदेश के मुख्य सचिव पहले से ही विदेश सचिव के संपर्क में हैं। जयराम ठाकुर ने मंत्रालय द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सहायता के लिए यूक्रेन के साथ-साथ नई दिल्ली में हेल्पलाइन स्थापित करने के लिए किए गए प्रयासों की भी
सराहना की।
यूक्रेन से बच्चों की सुरक्षित वापसी करवाएगी सरकार: जयराम ठाकुर
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि यूक्रेन में फंसे हिमाचली बच्चों की सुरक्षित वापसी करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है और केंद्र सरकार के प्रयासों से पूरा विश्वास है कि जल्दी ही वहां फंसे बच्चे वापस घर लौटेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र सरकार ने बहुत गंभीरता से प्रयास शुरू कर दिए हैं और हर नागरिक को सुरक्षित लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जितने भी बच्चे वहां फंसे हैं, उनकी सुरक्षित वापसी हो। जयराम ठाकुर ने कहा कि जो स्थिति सामने आई है, वह चिंता वाली है।
हिमाचल से भी वहां कई लोग गए हैं और बच्चे भी वहां पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में कई राज्यों के बच्चे पढ़ रहे हैं और हिमाचल के भी काफी हैं और वे वहां कठिन दौर से गुजर रहे हैं। बच्चे वहां से वापस आने की स्थिति में नहीं हैं और इसका कारण वहां के विश्वविद्यालयों का यह कहना था कि वापस न जाएं, अन्यथा एडमिशन रद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल से जिसका भी बच्चा यूक्रेन में है, वह हेल्पलाइन पर सारी जानकारी दे, ताकि भारत सरकार को आगामी कार्रवाई के लिए जानकारी भेजी जा सके। उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन में 60 लोगों का पंजीकरण हो चुका है।