कमल शर्मा। शाहतलाई
चंद पैसों के लिए जहां भाई-भाई व दोस्तों के झगड़े हो रहे है वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो दूसरों के पैसों को अमानत समझकर उन्हें उसके मालिक तक पहुंचाने का पुरजोर प्रयास करते है। बता दें, संसारपुर निवासी जीत सिंह जिला होशियारपुर पंजाब अपने घर से बाबा बालक नाथ जी के दर्शनों को गया था वह उना से एक निजी बस मे सफर करने के पश्चात शाहतलाई मे उतर गया। जब वस का परिचालक अनुज शर्मा उर्फ काकू निवासी झबोला बस की सफाई करने लगा तो उसे एक पर्स मिला जिसमें आधार कार्ड, लाईसेंस व एक हजार रुपए था उसने इस पर्स को शाहतलाई मे मेला डयूटी को आए हिमाचल पथ परिवहन निगम बिलासपुर के बुकिंग कर्मचारी सुरेश कुमार को सौंप दिया । जब परिवहन निगम के कर्मचारी ने पर्स को खोल कर देखा तो उसमे एक व्यक्ति का नाम पंजाबी भाषा मे व साथ मे मोबाइल नंबर लिखा था। उक्त कर्मचारी ने इस बात का जिगर कार्तिक बस मालिक के के शर्मा से किया तो उन्होंने पर्स मे लिखे मोबाईल नंबर पर संपर्क किया तो होशियारपुर मे एक व्यक्ति से बात हुई ।उसके पश्चात उन्होंने पर्स मालिक को सारी बात बताई और पर्स शाहतलाई चौंक पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के कार्यालय से प्राप्त कर लेने को कहा । वही, उक्त कर्मचारी ने जीत सिंह निवासी पंजाब को पैसों सहित पर्स लौटा कर इमानदारी का परिचय दिया जिसकी हर कोई प्रसंशा कर रहा है।