रोहित शर्मा। शिमला
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा बसों में 50 प्रतिशत सवारियां बैठाए जाने का फैसला प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को रास नहीं आ रहा है।
बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव रमेश कमल का कहना है कि ऐसे समय में पहले ही घाटे में बसें चली हैं, ऊपर से लोगों को न बैठाया जाए तो लड़ाई पर उतारू हो जाते हैं।
सरकार द्वारा हरेक वर्ग को सहायता प्रदान की जा रही है लेकिन प्राइवेट बसों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस रवैये को देखते हुए प्राइवेट बस ऑपरेटर पूरी तरह से 3 मई को बसें बंद कर देंगे।