आशा शर्मा । घुमारवीं
जल शक्ति विभाग में कार्यरत पंप ऑपरेटर वर्ग ने अपनी मांगों को लेकर खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग को मांग पत्र सौंपा। संघ ने प्रधान नरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में अपनी मांग में कहा कि जल शक्ति विभाग में कार्यरत पंप ऑपरेटरों को तृतीय श्रेणी कैडर में रखा गया है। उन्होंने कहा कि ग्रेडेशन लाभ सही से जारी न होने के कारण पंप ऑपरेटर वर्ग को जहां सेवानिवृत होने पर जारी होने वाले सभी वितीय लाभों और पेंशन और सेवारत कर्मचारियों को मूल वेतनमान में नुक्सान उठाना पड़ रहा है तो वहीं जारी होने वाले वर्ष 2016 से नये छठे वेतनमान में भी भारी नुक्सान उठाना पड़ सकता है। जो किसी भी दृष्टि से न्यायसंगत नहीं है।
दूसरी तरफ एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नियमित सेवाकाल में 4-9-14 लाभ भी लेता है तो वहीं सभी लाभ लेने के पक्षात् तृतीय श्रेणी में एलडीआर टेस्ट से लिपिक व पदोन्नति से पंप ऑपरेटर, फिटर, वर्क इंस्पेक्टर या फिर अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर पदोन्नति के पश्चात सेवानिवृत होता है। उन्होंने कहा कि विभाग में आज के समय में पंप ऑपरेटर शिक्षित और आई टी आई प्रशिक्षित होने और अहम कार्य पर कार्यरत होने के बावजूद भी ग्रेडेशन लाभ सही से जारी न होने और पर्याप्त पदोन्नति नियमो के न होने से उपेक्षा का शिकार हो रहा है।
उन्होंने मांग रखी कि पंप ऑपरेटर वर्ग को जो विसंगति पूर्वक ग्रेडेशन लाभ जारी किये गये है और जिसका नुक्सान जीवनभर उठाना पड़ रहा है को दुरुस्त करवाया जाए। वैसे भी ग्रेडेशन के अलावा कोई भी अन्य एसपीएस या पदोन्नति लाभ पंप ऑपरेटर वर्ग को जारी नहीं किये जाते है और पंप ऑपरेटर 25 से 30 साल सेवा करने के पश्चात् पंप ऑपरेटर ही सेवानिवृत हो जाता है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त विषय के सन्दर्भ में बितासपुर वृत्त इकाई आईटीआई ट्रेंड पंप ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा पहले भी सभी दस्तावेजो सहित ज्ञापन सौंप चुके हैं।
उन्होंने मांग की है कि उपरोक्त विषय की गंभीरता पर सकारात्मक दृष्टि से विचार विमर्श कर पंप ऑपरेटर वर्ग को वर्ष 2017 तक दिए गये विसंगतिपूर्वक ग्रेडेशन वितीय ताभों को दुरुस्त करवाकर वर्ष 2020 तक एक साथ सरकार द्वारा दिए जाने वाले एक मात्र ताभों को प्रत्येक वर्ष स्वीकृत पदों की संख्या के आधार पर प्लेसमेंट आधार पर जारी करवाई जाए।