हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं पविार कल्याण विभाग की ओर से शुरू किए गए कायाकल्प अवार्ड में स्टेट अवार्ड कमेटी ने विभिन्न जिलों के अस्पतालों का चयन अवार्ड के लिए लिया है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी कायाकल्प अवार्ड कमेटी को हेड कर रहे हैं। साल 2020-21 के लिए केंद्र सरकार के पैरामीटर के आधार पर ही विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों को कायाकल्प अवार्ड के लिए नामित किया गया है।
कायाकल्प पुरस्कार स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्वच्छता के उच्चतम मानकों वाले स्वास्थ्य केन्द्रों को हर साल दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को प्रोत्साहित करना है जो प्रोटोकॉल के पालन, संक्रमण नियंत्रण और स्वच्छता में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। यह स्वच्छता, संक्रमण नियंत्रण से संबंधित संस्कृति को विकसित करता साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता में सुधार में योगदान देता है। हिमाचल में इसमें कैटेगिरी-1 में किन्नौर जिला के आरएच रिकांगपिओ को पहला अवार्ड मिला है। वहीं दूसरे स्थान पर सीएच मंडी सरकाघाट और कांगड़ा जिला के सीएच पालमपुर को तीसरा अवार्ड मिला है।
दूसरी कैटेगिरी में सीएच डलहौजी चंबा को पहला, मंडी करसोग सीएच को दूसरा और सीएच सुन्नी को तीसरा अवार्ड मिला है। कैटेगिरी-3 में बिलासपुर जिला के बागी सुंगल को पहला, पीएचसी राजनगर चंबा, पीएचसी ऊहल हमीरपुर, पीएचसी लडौरी कांगड़ा, पीएचसी पलचान कुल्लु, पीएचसी टापरी, पीएचसी पंडोल, पीएचसी कौलांवाला भूड, पीएचसी जानगेशु जिला सोलन, शिमला पीएचसी गिलटारी और जिला ऊना में पीएचसी पालकवाह को अवार्ड मिला है।
चौथी कैटेगरी में इन्हें मिला अवार्ड
चौथी कैटेगरी में चंबा राजपुरा को पहला अवार्ड, हैल्थ वर्कर सेंटर उना मुबारकपुर, मंडी जिला के एचडब्लूसी तांडू को रनरअप, कुल्लु जिला के पीरडी को पहला अवार्ड, कांगड़ा जिला में कैथल को पहला अवार्ड, थोराभालून को फस्र्ट रनरअप, माशल सेंकेड रनरअप, मलाहू, दारगिल, खजुराहो, तारा और कोहली को कमनडेंशन दिया है।