विशेष संवाददाता। शिमला
राज्य में लगातार बेरोजगार युवाओं में रोष बढ़ता जा रहा है। अब जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो हर वर्ग चाहता है कि सरकार उनकी मांगों को पूरा करे। पोस्ट कोड 813 के तहत हुई शास्त्री नियुक्ति भी काफी समय से लटकी है। 8 माह पहले आए रिजल्ट में 582 अभ्यार्थी कमीशन पास कर घर पर बैठे है। गुस्साए कमीशन पास अभ्यार्थिंयों ने मंगलवार को ओकओवर के बाहर शांतिपूर्ण प्रदश्र्सन किया। सुबह से सीएम से मिलने के लिए मशक्कत की। लेकिन पुलिस ने उन्हें जब रोका, तो वहां माहौल काफी गर्म हो गया था। इस दौरान लंबे इंतजार के बाद सीएम ने अभ्यार्थिंयों से मुलाकात की। सीएम ने कहा कि शास्त्री नियुक्ति के मामले को जल्द सुलझाया जाएंगा। वहीं शिक्षा सचिव को नियुक्ति के मामले को त्वरित रूप से देने के आदेश दिए जाएंगे।
बता दे कि प्रदेश में शास्त्री का कमीशन पास करने के बावजूद बेरोजगार युवाओं को नियुक्ति नहीं दी जा रही है। 2019 में शुरू हुई भर्ती का प्रोसेस 2022 में भी पूरा नहीं हो सका। इससे नाराज अभ्यार्थी मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलने शिमला पहुंचे।
वहीं सीएम के सरकारी आवास ओक ओवर तक पहुंचने से पहले ही इन्हें रोक दिया गया। पुलिस से बहस भी हुई क्योंकि नियुक्ति का इंतजार कर रहे बेरोजगारों में सरकार के प्रति काफी गुस्सा है। रिजल्ट घोषित होने के 8 महीने बाद भी नौकरी नहीं मिलने से युवा मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं।
दरअसल, कर्मचारी चयन आयोग ने तकरीबन 582 शास्त्री का चयन कर रखा है लेकिन नेशनल काउंसिल फॉर टीचर ट्रेनिंग के आदेशों के तहत इनके चयन को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। क्योंकि एनसीटीई ने शास्त्री पद के लिए बीएड अनिवार्य की है।